ठियोग: एक जून से प्रदेशभर में बसों की आवाजाही शुरू कर दी गई है. ऊपरी शिमला के प्रवेश द्वार ठियोग में भी बसों को लेकर परिवहन विभाग सोमवार को दिन भर अपनी तैयारियां करता रहा.
सुरक्षा मानकों के हिसाब से दिन भर बसों को सेनिटाइज करने के साथ बसों में लोगों के बैठने की जगह को चिन्हित किया गया. जिसके तहत सरकार के आदेशों के अनुसार सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखा गया.
बसों में ड्राइवर की सीट के पीछे एक एक शीट लगाई गई है, जिससे कोई चालक के साथ संपर्क न कर सके. इसके साथ ही कंडक्टर के लिए फेस मास्क, हैंड सेनिटाइजर और ग्लब्स का पूरा इंतजाम किया गया है.
हालांकि सोमवार सुबह के समय एक्का दुक्का बसें ही चल पाई, लेकिन शाम से विभाग ने अधिकतर बसों को ग्रामीण इलाकों की तरफ भेज दिया. ठियोग बस अड्डा प्रभारी सुभाष शर्मा का कहना है कि अभी तक पूरा स्टाफ फील्ड में नहीं पहुंच पाया है, लेकिन जितने भी कर्मचारी आए हैं, उनको अलग-अलग जगहों पर भेज दिया गया है और 14 रूटों पर बस सेवा को शुरू कर दिया गया है.
अड्डा प्रभारी ने बताया कि बसें शाम 7 बजे तक ही चलेंगी और 37 सीटर बसों में 21 लोग ही बैठ पाएंगे. एक सवारी के बस से नीचे उतरने पर ही दूसरी सवारी बिठाई जाएगी. बसों में ओवरलोडिंग बिल्कुल नहीं होगी जिसके लिए परिचालकों को सख्त निर्देश दिए गए हैं.
पढ़ें: कोरोना संक्रमण में प्रदेश में सबसे आगे हमीरपुर, लोग नहीं कर रहे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन