शिमलाः हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने हर विभाग में दिव्यांग छात्रों के लिए एक सीट आरक्षित रखी है. एचपीयू दिव्यांग छात्रों के लिए हर विभाग में एक सीट आरक्षित रखने वाला देश का पहला विवि है.
एचपीयू ने विभिन्न विभागों में पीएचडी की 66 सीटों को सीधा भर्ती से भरने की अधिसूचना जारी की है. अधिसूचना में दिव्यांग स्टूडेंट्स के लिए हर विभाग में एक-एक अतिरिक्त सीट आरक्षित रखी गई है. इच्छुक दिव्यांग छात्र पीएचडी के लिए आवेदन कर सकते हैं. आवेदन करने के लिए अंतिम तिथि 3 अक्टूबर तय की गई है.
एचपीयू दिव्यांगता मामलों के नोडल अधिकारी प्रोफेसर अजय श्रीवास्तव ने बताया कि देश के किसी भी विश्वविद्यालय में दिव्यांग छात्रों के लिए हर विभाग में पीएचडी की सीटें आरक्षित रखने का प्रावधान नहीं है. सभी उच्च शैक्षणिक संस्थानों में उन्हें 5 फीसदी आरक्षण दिया जा रहा है.
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पीएचडी में सीटें बहुत कम होने के कारण दिव्यांग विद्यार्थियों को हर साल हर विभाग में प्रवेश नहीं मिल सकता था. यही वजह थी कि कार्यकारणी परिषद के सदस्य के तौर पर उन्होंने हर वर्ष दिव्यांग छात्रों को प्रत्येक विभाग में एक अतिरिक्त सीट देने के प्रावधान करवाया. प्रो. अजय श्रीवास्तव ने इसके लिए एचपीयू के कुलपति प्रो. सिकंदर कुमार का धन्यवाद किया.
उन्होंने कहा कि अब दिव्यांग छात्र भी पीएचडी कर उच्च शिक्षा हासिल कर पाएंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एचपीयू दिव्यांगों के लिए बाधा रहित संस्थान के रूप में परिवर्तित हो रहा है. यहां परिसर में 5 करोड़ रुपये की लागत से कई लिफ्ट, रैंप और शौचालय बनाने का काम जल्द ही शुरू किया जाएगा. साथ ही पिछले साल दृष्टिबाधित और दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए सुगम पुस्तकालय बनाया गया है जिसमें टॉकिंग सॉफ्टवेयर वाले आधुनिक कंप्यूटर लगे हैं जिससे दृष्टिबाधित विद्यार्थी आसानी से अपनी पढ़ाई कर सकते हैं.
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