शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय को सरकार की ओर से इस वित्त वर्ष के लिए 125.5 करोड़ रुपये का अनुदान दिया गया है. एचपीयू के बजट में सरकार की ओर से इस बार साढ़े दस करोड़ की बढ़ोतरी की गई है, जिसके बाद विश्वविद्यालय का बजट 115 करोड़ से बढ़कर अब 125.5 करोड़ हो चुका है.
हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रदेश सरकार से 215 करोड़ रुपये के अनुदान की मांग की थी और इसे देखते हुए 215 करोड़ रुपये का ही बजट प्रस्ताव सरकार को भेजा गया था, लेकिन सरकार ने विश्वविद्यालय के बजट में मात्र साढ़े दस करोड़ की बढ़ोतरी की है और एचपीयू के अनुदान को बढ़ाकर 125.5 कर दिया है.
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति ने सरकार की ओर से विश्वविद्यालय के अनुदान में साढ़े दस करोड़ के बढ़ोतरी करने के लिए सरकार का आभार भी जताया है. बता दें कि बीते वर्ष विश्वविद्यालय को सरकार की ओर से 115 करोड़ रुपये का अनुदान दिया गया था.
बीते वर्ष मात्र 5 फीसदी बढ़ोतरी एचपीयू के अनुदान में सरकार की ओर से की गई थी, लेकिन इस बार विश्वविद्यालय को दिए जाने वाले अनुदान में सरकार ने ज्यादा बढ़ोतरी की है, जिससे कहीं ना कहीं विश्वविद्यालय को राहत जरूर मिली है. हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन का तर्क यह है कि विश्वविद्यालय के वित्तीय वर्ष का खर्च 200 करोड़ से अधिक है. ऐसे में इस खर्च को देखते हुए सरकार से 215 करोड़ रुपये के अनुदान की मांग विश्वविद्यालय ने की थी.
विश्वविद्यालय में अभी सैकड़ों गैर शिक्षक कर्मचारियों और शिक्षकों के पद भरे जाने हैं. इनके लिए भी अतिरिक्त बजट की मांग विश्वविद्यालय ने की थी. अब आगामी समय में अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए विश्वविद्यालय सरकार से अतिरिक्त अनुदान की मांग भी कर सकता है जैसा कि बीते वर्ष भी विश्वविद्यालय ने किया था.
बीते वर्ष भी विश्वविद्यालय की मांग पर सरकार की ओर से 15 करोड़ का अतिरिक्त बजट विश्वविद्यालय को मुहैया करवाया गया है. एचपीयू कुलपति ने विश्वविद्यालय के अनुदान में बढ़ोतरी करने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का धन्यवाद दिया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि यह अनुदान विश्वविद्यालय में किए जा रहे विकासात्मक कार्यो को पूरा करने के लिए मदद करेगा. अब जब सरकार की ओर अनुदान एचपीयू को मिल चुका है एचपीयू जल्द ही अपने इस वित्त वर्ष का बजट पेश करेगा.
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