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HP Election 2022: हिमाचल में दशकों से परिवर्तन का रिवाज, आंकड़ों में जानें इतिहास

हिमाचल में हमेशा से परिवर्तन का रिवाज रहा है. यहां हर पांच साल में सरकार बदल जाती है. हालांकि इस बार सरकार किसकी बनती है, यो तो चुनाव के नतीजे ही बताएंगे. लेकिन हिमाचल की सभी सीटों पर आज तक किस पार्टी का पलड़ा भारी रहा है, इसका समीकरण जानना भी बेहद (History of assembly elections in Himachal) जरूरी है.

HP Election 2022
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Published : Oct 24, 2022, 8:29 PM IST

Updated : Oct 24, 2022, 9:12 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में चुनावों (Himachal assembly election 2022) का बिगुल बज चुका है. 2022 के विधानसभा चुनाव में किसका पलड़ा भारी रहता है ये तो चुनाव के नतीजे ही बताएंगे. लेकिन हिमाचल प्रदेश की सभी सीटों पर आज तक किस पार्टी का पलड़ा भारी रहा है, इसका समीकरण जानना भी बेहद जरूरी है. इस खबर में हम आपको बताएंगे की बीते 3 विधानसभा चुनावों में जिलावार कितनी सीटों पर किस पार्टी की दावेदारी मजबूत रही (History of assembly elections in Himachal) है.

2003 विधानसभा चुनाव: 2003 में हुए विधानसभा चुनाव की बात करें तो चंबा जिले की 5 सीटों में से 4 पर कांग्रेस ने कब्जा किया था. जबकि भाजपा यहां खाता भी नहीं खोल पाई थी. वहीं, 1 सीट निर्दलीय के खाते में गई थी. इसी तरह कांगड़ा की 16 सीटों में से 11 पर कांग्रेस और 4 पर भाजपा, लाहौल स्पीति की एक सीट पर कांग्रेस, कुल्लू की 3 सीटों में से 2 पर कांग्रेस और 1 पर भाजपा, मंडी जिले की 10 में से 6 पर कांग्रेस और 2 पर भाजपा ने जीत हासिह की थी.

2003 और 2007 विधानसभा चुनाव के नतीजे.
2003 और 2007 विधानसभा चुनाव के नतीजे.

इसी तरह ऊना जिले की 5 सीटों में से 3 पर कांग्रेस और 2 पर बीजेपी, बिलासपुर जिले की 4 सीटों में से 2 पर कांग्रेस और 1 पर भाजपा, सोलन जिले की 5 सीटों में से 3 पर कांग्रेस और 2 पर भाजपा, सिरमौर जिले की 8 सीटों में से 3 पर कांग्रसे और 1 पर बीजेपी ने कब्जा किया था. जबकि शिमला जिले की 8 सीटों में से 5 पर कांग्रेस और किन्नौर जिले की एक सीट पर 1 कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. इन दोनों ही जिलों में भाजपा खाता भी नहीं खोल पाई थी.

2003 और 2007 विधानसभा चुनाव के नतीजे.
2003 और 2007 विधानसभा चुनाव के नतीजे.

2007 विधानसभा चुनाव: 2007 में हुए विधानसभा चुनाव की बात करें तो चंबा जिले की 5 सीटों में से 2 पर कांग्रेस और 1 पर भाजपा ने कब्जा किया था. इसी तरह कांगड़ा की 16 सीटों में से 5 पर कांग्रेस और 9 पर भाजपा, लाहौल स्पीति की एक सीट पर बीजेपी, कुल्लू की 3 सीटों पर भाजपा, मंडी जिले की 10 सीटों में से 3 पर कांग्रेस और 6 पर भाजपा ने जीत हासिह की थी.

2007 और 2012 विधानसभा चुनाव के नतीजे.
2007 और 2012 विधानसभा चुनाव के नतीजे.

इसी तरह ऊना जिले की 5 सीटों में से 2 पर कांग्रेस और 3 पर बीजेपी, बिलासपुर जिले की 4 सीटों में से 1 पर कांग्रेस और 3 पर भाजपा, सोलन जिले की 5 सीटों पर भाजपा, सिरमौर जिले की 8 सीटों में से 4 पर कांग्रसे और 1 पर बीजेपी, किन्नौर जिले की एक सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. जबकि शिमला जिले की 8 सीटों में से 5 पर कांग्रेस और 2 पर बीजेपी ने अपना परचम लहराया था.

2007 और 2012 विधानसभा चुनाव के नतीजे.
2007 और 2012 विधानसभा चुनाव के नतीजे.

2012 विधानसभा चुनाव: 2012 में हुए विधानसभा चुनाव की बात करें तो चंबा जिले की 5 सीटों में से 2 पर कांग्रेस और 3 पर भाजपा ने कब्जा किया था. इसी तरह कांगड़ा की 15 सीटों में से 10 पर कांग्रेस और 3 पर भाजपा, लाहौल स्पीति की एक सीट पर कांग्रेस, कुल्लू की 4 सीटों में से 1 पर कांग्रेस और 3 पर भाजपा, मंडी जिले की 10 में से 9 सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की थी.

2012 और 2017 विधानसभा चुनाव के नतीजे.
2012 और 2017 विधानसभा चुनाव के नतीजे.

इसी तरह ऊना जिले की 5 सीटों में से 3 पर कांग्रेस और 2 पर बीजेपी, बिलासपुर जिले की 4 सीटों में से 2 पर कांग्रेस और 2 पर भाजपा, सोलन जिले की 5 सीटों में से 2 पर कांग्रेस और 3 पर भाजपा, सिरमौर जिले की 8 सीटों में से 1 पर कांग्रसे और 3 पर बीजेपी और किन्नौर जिले की एक सीट पर 1 कांग्रेस ने कब्जा किया था. जबकि शिमला जिले की 8 सीटों में से 6 पर कांग्रेस और 1 सीट पर बीजेपी ने जीत का परचम लहराया था.

2012 और 2017 विधानसभा चुनाव के नतीजे.
2012 और 2017 विधानसभा चुनाव के नतीजे.

2017 विधानसभा चुनाव: 2017 में हुए विधानसभा चुनाव की बात करें तो चंबा जिले की 5 सीटों में से 2 पर कांग्रेस और 3 पर भाजपा ने कब्जा किया था. इसी तरह कांगड़ा की 15 सीटों में से 3 पर कांग्रेस और 11 पर भाजपा, लाहौल स्पीति की एक सीट पर बीजेपी, कुल्लू की 3 सीटों में से 2 पर कांग्रेस और 1 पर भाजपा, हमीरपुर की 5 में से 3 सीटों पर कांग्रेस और 2 पर भाजपा ने अपना कब्जा किया था. वहीं, मंडी जिले की 10 में से 9 सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की थी. जबकि कांग्रेस यहां खाता भी नहीं खोल पाई थी.

इसी तरह ऊना जिले की 5 सीटों में से 2 पर कांग्रेस और 3 पर बीजेपी, बिलासपुर जिले की 4 सीटों में से 1 पर कांग्रेस और 3 पर भाजपा, सोलन जिले की 5 सीटों में से 2 पर कांग्रेस और 3 पर भाजपा, सिरमौर जिले की 8 सीटों में से 2 पर कांग्रसे और 3 पर बीजेपी और किन्नौर जिले की एक सीट पर 1 कांग्रेस ने कब्जा किया था. जबकि शिमला जिले की 8 सीटों में से 4 पर कांग्रेस और 3 सीटों पर बीजेपी ने जीत का परचम लहराया था. (Strong seats of BJP IN Himachal) (Strong seats of Congress in Himachal).

ये भी पढ़ें: 1 Seat 2 Minute: कसुम्पटी सीट पर कांटे की टक्कर, सुरेश भारद्वाज और अनिरुद्ध सिंह आमने-सामने

शिमला: हिमाचल प्रदेश में चुनावों (Himachal assembly election 2022) का बिगुल बज चुका है. 2022 के विधानसभा चुनाव में किसका पलड़ा भारी रहता है ये तो चुनाव के नतीजे ही बताएंगे. लेकिन हिमाचल प्रदेश की सभी सीटों पर आज तक किस पार्टी का पलड़ा भारी रहा है, इसका समीकरण जानना भी बेहद जरूरी है. इस खबर में हम आपको बताएंगे की बीते 3 विधानसभा चुनावों में जिलावार कितनी सीटों पर किस पार्टी की दावेदारी मजबूत रही (History of assembly elections in Himachal) है.

2003 विधानसभा चुनाव: 2003 में हुए विधानसभा चुनाव की बात करें तो चंबा जिले की 5 सीटों में से 4 पर कांग्रेस ने कब्जा किया था. जबकि भाजपा यहां खाता भी नहीं खोल पाई थी. वहीं, 1 सीट निर्दलीय के खाते में गई थी. इसी तरह कांगड़ा की 16 सीटों में से 11 पर कांग्रेस और 4 पर भाजपा, लाहौल स्पीति की एक सीट पर कांग्रेस, कुल्लू की 3 सीटों में से 2 पर कांग्रेस और 1 पर भाजपा, मंडी जिले की 10 में से 6 पर कांग्रेस और 2 पर भाजपा ने जीत हासिह की थी.

2003 और 2007 विधानसभा चुनाव के नतीजे.
2003 और 2007 विधानसभा चुनाव के नतीजे.

इसी तरह ऊना जिले की 5 सीटों में से 3 पर कांग्रेस और 2 पर बीजेपी, बिलासपुर जिले की 4 सीटों में से 2 पर कांग्रेस और 1 पर भाजपा, सोलन जिले की 5 सीटों में से 3 पर कांग्रेस और 2 पर भाजपा, सिरमौर जिले की 8 सीटों में से 3 पर कांग्रसे और 1 पर बीजेपी ने कब्जा किया था. जबकि शिमला जिले की 8 सीटों में से 5 पर कांग्रेस और किन्नौर जिले की एक सीट पर 1 कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. इन दोनों ही जिलों में भाजपा खाता भी नहीं खोल पाई थी.

2003 और 2007 विधानसभा चुनाव के नतीजे.
2003 और 2007 विधानसभा चुनाव के नतीजे.

2007 विधानसभा चुनाव: 2007 में हुए विधानसभा चुनाव की बात करें तो चंबा जिले की 5 सीटों में से 2 पर कांग्रेस और 1 पर भाजपा ने कब्जा किया था. इसी तरह कांगड़ा की 16 सीटों में से 5 पर कांग्रेस और 9 पर भाजपा, लाहौल स्पीति की एक सीट पर बीजेपी, कुल्लू की 3 सीटों पर भाजपा, मंडी जिले की 10 सीटों में से 3 पर कांग्रेस और 6 पर भाजपा ने जीत हासिह की थी.

2007 और 2012 विधानसभा चुनाव के नतीजे.
2007 और 2012 विधानसभा चुनाव के नतीजे.

इसी तरह ऊना जिले की 5 सीटों में से 2 पर कांग्रेस और 3 पर बीजेपी, बिलासपुर जिले की 4 सीटों में से 1 पर कांग्रेस और 3 पर भाजपा, सोलन जिले की 5 सीटों पर भाजपा, सिरमौर जिले की 8 सीटों में से 4 पर कांग्रसे और 1 पर बीजेपी, किन्नौर जिले की एक सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. जबकि शिमला जिले की 8 सीटों में से 5 पर कांग्रेस और 2 पर बीजेपी ने अपना परचम लहराया था.

2007 और 2012 विधानसभा चुनाव के नतीजे.
2007 और 2012 विधानसभा चुनाव के नतीजे.

2012 विधानसभा चुनाव: 2012 में हुए विधानसभा चुनाव की बात करें तो चंबा जिले की 5 सीटों में से 2 पर कांग्रेस और 3 पर भाजपा ने कब्जा किया था. इसी तरह कांगड़ा की 15 सीटों में से 10 पर कांग्रेस और 3 पर भाजपा, लाहौल स्पीति की एक सीट पर कांग्रेस, कुल्लू की 4 सीटों में से 1 पर कांग्रेस और 3 पर भाजपा, मंडी जिले की 10 में से 9 सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की थी.

2012 और 2017 विधानसभा चुनाव के नतीजे.
2012 और 2017 विधानसभा चुनाव के नतीजे.

इसी तरह ऊना जिले की 5 सीटों में से 3 पर कांग्रेस और 2 पर बीजेपी, बिलासपुर जिले की 4 सीटों में से 2 पर कांग्रेस और 2 पर भाजपा, सोलन जिले की 5 सीटों में से 2 पर कांग्रेस और 3 पर भाजपा, सिरमौर जिले की 8 सीटों में से 1 पर कांग्रसे और 3 पर बीजेपी और किन्नौर जिले की एक सीट पर 1 कांग्रेस ने कब्जा किया था. जबकि शिमला जिले की 8 सीटों में से 6 पर कांग्रेस और 1 सीट पर बीजेपी ने जीत का परचम लहराया था.

2012 और 2017 विधानसभा चुनाव के नतीजे.
2012 और 2017 विधानसभा चुनाव के नतीजे.

2017 विधानसभा चुनाव: 2017 में हुए विधानसभा चुनाव की बात करें तो चंबा जिले की 5 सीटों में से 2 पर कांग्रेस और 3 पर भाजपा ने कब्जा किया था. इसी तरह कांगड़ा की 15 सीटों में से 3 पर कांग्रेस और 11 पर भाजपा, लाहौल स्पीति की एक सीट पर बीजेपी, कुल्लू की 3 सीटों में से 2 पर कांग्रेस और 1 पर भाजपा, हमीरपुर की 5 में से 3 सीटों पर कांग्रेस और 2 पर भाजपा ने अपना कब्जा किया था. वहीं, मंडी जिले की 10 में से 9 सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की थी. जबकि कांग्रेस यहां खाता भी नहीं खोल पाई थी.

इसी तरह ऊना जिले की 5 सीटों में से 2 पर कांग्रेस और 3 पर बीजेपी, बिलासपुर जिले की 4 सीटों में से 1 पर कांग्रेस और 3 पर भाजपा, सोलन जिले की 5 सीटों में से 2 पर कांग्रेस और 3 पर भाजपा, सिरमौर जिले की 8 सीटों में से 2 पर कांग्रसे और 3 पर बीजेपी और किन्नौर जिले की एक सीट पर 1 कांग्रेस ने कब्जा किया था. जबकि शिमला जिले की 8 सीटों में से 4 पर कांग्रेस और 3 सीटों पर बीजेपी ने जीत का परचम लहराया था. (Strong seats of BJP IN Himachal) (Strong seats of Congress in Himachal).

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Last Updated : Oct 24, 2022, 9:12 PM IST
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