शिमला: हिमाचल देश का पहला ऐसा राज्य बनने जा रहा है, जहां हर घर में रसोई गैस सिलेंडर उपलब्ध होगा. 27 दिसंबर को प्रदेश सरकार के दो साल पूरे होने पर इसकी घोषणा की जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायतों में जितने भी परिवार रजिस्टर हैं उन सभी के घरों में रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध करवा दिए गए हैं.
सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार की उज्ज्वला योजना के तहत नहीं आने वाले परिवारों को मुफ्त गैस प्रदान करने के लिए राज्य सरकार द्वारा गृहिणी सुविधा योजना शुरू की है, जिसके कारण हिमाचल देश का पहला धुआं रहित प्रदेश बनने जा रहा है.
बीपीएल और गरीब तबके की महिलाओं को धुएं और चूल्हे से निजात दिलवाने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार ने ये योजनाएं शुरू की हैं. उज्ज्वला योजना के तहत दो पन्नों का आवेदन पत्र भर कर नजदीकी एलपीजी वितरण केंद्र में जमा करवाना होता है.
आवेदन फॉर्म में नाम, पता, आधार कार्ड नंबर, बीपीएल प्रमाण पत्र, फोन नंबर, राशन कार्ड नंबर, जन-धन बैंक खाता संख्या भी लिखना अनिवार्य है. इसके अलावा प्रत्येक दस्तावेज की प्रतियों के साथ पासपोर्ट साइज फोटो भी लगाना होता है.
हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना के तहत प्रदेश में सात दिसंबर तक एक लाख 78 हजार परिवारों को फ्री गैस कनेक्शन की सुविधा दी जा चुकी है. हिमाचल में कोई भी परिवार बिना गैस कनेक्शन के न रहे और प्रदेश देश का पहला धुंआ रहित प्रदेश बने इसके लिए प्रदेश सरकार सभी परिवारों को फ्री गैस कनेक्शन दे रहा है.
सरकार ने इस योजना के तहत उन सभी परिवारों को पात्र बनाया है जिन के पास गैस कनेक्शन नहीं है. गैस कनेक्शन के लिए सरकार ने हिमाचली परिवारों को पात्र बनाया है, जिनके पास हिमाचली प्रमाण पत्र हों और जिनके पास अन्य कोई गैस कनेक्शन न हो. योजना के तहत परिवारों को एक चुल्हा , एक भरा हुआ गैस सिलेंडर, एक रेगुलेटर, एक ब्लू बुक यानी पास बुक दी जाती है. गैस कंपनी को सिलेंडर की 1450 रुपये की सिक्योरिटी भी सरकार अदा करती है.