शिमलाः हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के शिक्षकों पर दिए गए बयान पर विवाद शुरू हो गया है. हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ ने जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के बयान पर आपत्ति जताई है.
उन्होंने कहा कि शिक्षकों के लिए वरिष्ठ मंत्री की ओर से इस तरह की बयानबाजी करना अशोभनीय है. शिक्षक महासंघ ने कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह (Cabinet Minister Mahendra Singh) को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से सीख लेने की बात कही है.
अपनी उम्र का लिहाज करें महेंद्र सिंह ठाकुर
हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के उपाध्यक्ष डॉ. मामराज पुंडीर ने कहा कि महेंद्र सिंह ठाकुर को इस तरह के बयान देने से पहले अपनी उम्र का लिहाज करना चाहिए. उन्होंने कहा कि महेंद्र सिंह ठाकुर की ओर से इस तरह के बयान देना बिलकुल गलत है.
पुंडीर ने कहा कि कैबिनेट मंत्री के बयान सुनकर ऐसा लगता है, जैसे साल 2022 में भारतीय जनता पार्टी मिशन रिपीट को पूरा होता नहीं देखना चाहती. उन्होंने कहा कि जिस तरह की बयानबाजी महेंद्र सिंह ठाकुर कर रहे हैं उससे ऐसा प्रतीत होता है, जैसे महेंद्र सिंह ठाकुर कभी स्कूल गए ही नहीं हों. अगर वो स्कूल गए होते, तो वह गुरुओं की इज्जत करना जानते.
अपने बयान पर माफी मांगे कैबिनेट मंत्री
हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ का कहना है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jai Ram Thakur) की ओर से सभी शिक्षकों को फ्रंटलाइन वायरल घोषित किया गया. यह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की दूरदर्शी सोच है, लेकिन उनके मंत्रियों की ओर से इस तरह के बयान देना सरासर गलत है.
हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ ने कहा कि कैबिनेट मंत्री के इस बयान से शिक्षक समाज की भावनाओं को ठेस पहुंची है शिक्षक महासंघ ने हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर से अपने बयान पर माफी मांगने की मांग की है.
क्या है मामला
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर (Jal Shakti Minister Mahendra Singh Thakur) और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर एक कार्यक्रम में कुल्लू पहुंचे थे. यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए महेंद्र सिंह ठाकुर ने अपने भाषण में कहा कि केवल कोरोना काल में केवल आईपीएच के लोगों ने ही काम किया.
उन्होंने शिक्षकों पर तंज कसते हुए कहा कि शिक्षकों ने कोरोना के दौरान सबसे ज्यादा मजे किए हैं और अब कोरोना वैक्सीन के लिए उन्हें फ्रंटलाइन वॉरियर घोषित कर दिया गया है. महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि वह नहीं जानते कि किस वजह से शिक्षकों के किस काम की वजह से उन्हें फ्रंटलाइन वार्ड बनाया गया है.
ये भी पढ़ें- मैं देश का पहला मुख्यमंत्री हूं जिसका अधिकतर कार्यकाल कोविड में गुजरा: जयराम ठाकुर