शिमलाः हिमाचल की अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए और कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने आईआईटी मंडी और आईआईएम सिरमौर के प्रमुखों के साथ चर्चा की. इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि कोविड-19 के बाद विश्व में परिस्थितियां बदल जाएंगी. हम पहले ही व्यवसायों, संस्थानों और सरकारों के कामकाज में बदलाव का सामना कर रहे हैं.
अर्थव्यवस्था इस संकट से बुरी तरह प्रभावित हुई है और लाखों लोगों को अपनी आजीविका से हाथ धोना पड़ा है. हमें अर्थव्यवस्था को फिर शुरू करने की जरूरत है, जिससे लोगों को आजीविका के अवसर प्राप्त हो सकें. हमें लोगों को सुरक्षित और स्वस्थ रखने की भी जरूरत है.
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि ये दोनों प्रसिद्ध संस्थान आर्थिक गतिविधियों को पुनर्जीवित करने में सुझाव देकर अपनी अहम भूमिका निभा सकते हैं. कोविड-19 के बाद स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यटन, उद्योग, हस्तशिल्प के क्षेत्रों को विश्व भर में फिर से खड़ा करने की जरूरत है. तकनीक इसमें बड़ी भूमिका निभा सकती है और संसाधनों के प्रबंधन के लिए हमें नए साधनों की भी आवश्यकता है.
राज्यपाल ने इस चर्चा के दौरान कहा कि वे हिमाचल की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अपने सुझाव भेजें. उन्होंने आग्रह किया कि इसके अलावा, वैश्विक महामारी में अन्य क्षेत्रों स्वास्थ्य, टेली मेडिसिन एंड तकनीक, ऑन-लाइन शिक्षा, विशेष शिक्षा, पर्यटन, ऑन-लाइन पर्यटन, सोशल मीडिया का उपयोग, डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है.
बातचीत में निदेशक, आईआईटी मंडी टिमोथी गोन्जालव्स और आईआईएम, सिरमौर की निदेशक डॉ. नीलू मित्रा ने भाग लिया.
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