शिमला: अपने तबादले करवाने को लेकर शिक्षा विभाग के चक्कर काटने वाले शिक्षकों पर अब शिक्षा विभाग सख्त हो गया है. शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के तबादलों से जुड़े काम को लेकर निदेशालय में आने पर रोक लगा दी है. उच्च शिक्षा विभाग की ओर से यह आदेश भी जारी कर दिए गए हैं कि किसी भी तरह के तबादले से जुड़े मामले को लेकर शिक्षक 31 मार्च तक शिक्षा निदेशालय नहीं आएंगे और ना ही इस तरह के मामलों को लेकर शिक्षा निदेशालय के चक्कर काटेंगे. उच्च शिक्षा निदेशक की ओर से यह आदेश सभी जिलों के डिप्टी डायरेक्टर को जारी किए गए हैं.
इन आदेशों को जारी करने के पीछे की वजह यह है कि कोरोना के चलते अब और ज्यादा बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो. अब विभाग यह बिल्कुल भी नहीं चाह रहा है कि छात्रों की पढ़ाई पर किसी तरह का असर पढ़ें और शिक्षकों के स्कूलों में कम और निदेशालय में ज्यादा होने के चलते छात्रों की पढ़ाई बाधित हो.
नियमों की अवहेलना करने पर शिक्षकों पर हो सकता है कार्रवाई
इसी बात का ध्यान में रखते हुए उच्च शिक्षा निदेशक की ओर से यह स्पष्ट कहा गया है कि प्रिंसिपल इन आदेशों को लेकर शिक्षकों को निर्देश जारी करेंगे. वहीं, विभाग की ओर से यह भी कहा गया है कि यदि तैनात शिक्षक इन निर्देशों का पालन नहीं करते हैं और निर्देशों की अवहेलना की जाती है तो संबंधित शिक्षक के खिलाफ नियमों के तहत कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी.
स्कूल से गायब रह रहे थे ज्यादातर शिक्षक
बता दें कि इस तरह के मामले शिक्षा विभाग के संज्ञान में आ रहे थे. जहां शिक्षक स्कूलों में कम और तबादलों के लिए शिक्षा निदेशालय के चक्कर ज्यादा काट रहे थे. ऐसे में शिक्षक स्कूल नहीं जा पा रहे थे और स्कूलों से गायब रह रहे थे. जिसकी वजह से छात्रों की पढ़ाई बाधित हो रही थी.
बच्चों की परीक्षाओं को देखते हुए लिया फैसला
प्रदेश में बोर्ड की कक्षाओं की परीक्षाएं अभी होनी हैं. इसी को देखते हुए जहां शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को यह आदेश जारी किए हैं कि वह छात्रों के ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान कमजोर रहे विषयों को पढ़ाने की तरफ ध्यान दें. छात्रों के सभी तरह के डाउट क्लियर किए जाएं, तो वहीं अगर इस समय शिक्षक ही स्कूलों से गायब रहेंगे, तो इससे छात्रों की पढ़ाई का नुकसान होगा.
छात्रों की पढ़ाई सुचारू रूप से चलती रहे इसी वजह से विभाग की ओर से शिक्षकों के निदेशालय आने पर रोक लगाई गई है. हालांकि यह भी कहा गया है कि तबादलों को छोड़कर अगर कोई अन्य आवश्यक काम है तो शिक्षक निदेशालय आकर उसे पूरा कर सकते हैं.
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