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हिमाचल में पैदल चलना खतरे से खाली नहीं, साल 2022 में इतने पदयात्री हुए दुर्घटना के शिकार - shimla latest news in hindi

हिमाचल प्रदेश में 2022 के आंकड़े के हिसाब से फुटपाथ व पगडंडियों पर चलने वाले 405 पदयात्री दर्घटना के शिकार हुए हैं. जिसमें से 119 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी और 370 लोग जिंदगी भर के लिए अपंगता हो गए. जिसके लिए पुलिस विभाग द्वारा समय-समय पर जागरूकता कैंप का आयोजन भी करवाया जा रहा है. (Cases of Pedestrians accident in himachal)

Cases of Pedestrians accident in himachal.
हिमाचल में पैदल चलना खतरे से खाली नहीं.
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Published : Jan 8, 2023, 10:31 AM IST

शिमला: हिमाचल के फुटपाथ व पगडंडियों पर चलना भी खतरे से खाली नहीं है. हिमाचल में 2022 में 405 पैदल चलने वाले (पदयात्री) दुर्घटना के शिकार हुए हैं. जिनमें 119 लोगों की जान चली गईं, तो 370 लोग जिंदगी भर के लिए अपंगता का दंश झेलने को मजबूर हैं. राज्य में पैदल चलने वाले लागों की दुर्घटनाओं पर नजर दौड़ाएं तो साल 2017 से 2022 तक 3477 पदयात्री दुर्घटना के शिकार हुए हैं, जिनमें 948 लोगों की मौत हो चुकी है जो की कुल यातायात दुर्घटनाओं का 15 फीसदी है. (Himachal Pedestrians becoming victims accident) (Cases of Pedestrians accident in himachal)

यह पैदल चलने वाले लोगों की दुर्घटना होने का खुलासा प्रदेश पुलिस महकमे के विंग टीटीआर ने किया है. पुलिस के यातायात, पर्यटन एवं रेलवे विभाग द्वारा प्रदेश में फुटपाथ एवं पैदल चलने वाले लोगों की दुर्घटना के मामलों का विश्लेषण किया. जिसमें यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. पुलिस टीटीआर विंग के विश्लेषण के बाद प्रदेश पुलिस भी ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सजग हो गई है.

प्रदेश पुलिस के महानिदेशक संजय कुंडू ने इसे गंभीरता से लिया है और समस्त जिला पुलिस अधीक्षक एंव अन्य विभागों को इस सदंर्भ में सख्त निर्देश दे दिए हैं कि पैदल चलने वाले लोगों से हो रही यातायात दुर्घटनाओं को रोकने के लिए मौके पर प्रभावी कार्रवाई अमल में लाए. बता दें कि हिमाचल प्रदेश पुलिस आम जनमानस की जान व माल की सुरक्षा के लिए कृत संकल्प है. हिमाचल पुलिस का यातायात विभाग निरंतर यह प्रयास करता रहता है कि सडंक मार्ग का उपयोग करते हुए लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो. लोगों को सुरक्षित अपने गंतव्य तक जाने में कोई असुविधा न हो.

सड़क मार्ग पर अवैद्य पार्किंग होने पर लोगों को उचित समय में अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचने में विलंब होता है एवं ट्रैफिक जाम एवं पैदल चलने वाले लोगों को दुर्घटना का सामना करना पड़ता है. पुलिस विभाग द्वारा जन जागरूकता अभियान चला कर आम लोगों एवं वाहन चालकों को जागरूक भी किया जाएगा. सड़क मार्ग की सही स्थिति पर भी पुलिस नजर रखती है वहीं, ब्लैक स्पॉट, जेबरा क्रॉसिंग, स्पीड ब्रेकर को भी पहचान कर चिन्हित किया जाता है और संबंधित विभाग को सड़क के सुधार के लिए समय-समय पर सुचित किया जाता है.

हिमाचल में कुल 249 ब्लैक स्पॉट चिन्हित- एसपी टीटीआर नरवीर सिंह राठौर ने बताया कि पुलिस ने साल 2020-2021 में हिमाचल में कुल 249 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए, जिन को ठीक करने के लिए लोक निर्माण विभाग एवं राष्ट्रीय उच्च मार्ग विभागों को सूचित कर अधिकतर स्पॉट को ठीक कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि कई अत्याधुनिक उपकरणों की खरीद हिमाचल प्रदेश पुलिस के यातायात, पर्यटक एवं रेलवे विभाग द्वारा वर्ष 2022 में हिमाचल पुलिस को इस अपराध से निपटने के लिए कई अत्याधुनिक उपकरणों की खरीद की है.

यातायात नियम तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई- जिन में मुख्यत: यातायात विभाग के कर्मचारियों को 433 बॉडी वार्न कैमरा, 1000 टैफकॉन वितरित कर दिए गए हैं. इस के अलावा 136 हाइड्रोलिक जैक, 50 अल्को सेंसर उपकरण, 3 हाइड्रोलिक कटर, 50 वैरिकेटस, 136 स्ट्रक्चर की भी खरीद की गई है. नरवीर सिंह राठौर ने बताया कि पुलिस यातायात नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी कर रही है. उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में वर्ष 2022 में कुल 7,99, 215 ट्रैफिक नियमों का उल्लघंन करने पर चालान काटे गए हैं.

इन चालान के संदर्भ में 33,46,98,950 रुपये का शुल्क प्राप्त किया गया है. उपरोक्त आंकड़ो से यह साबित होता है कि ट्रैफिक नियमों का उल्लघंन करने वालों पर पुलिस की कड़ी नजर है और समय- समय पर लोगों को कई जागरूकता अभियान से भी सचेत किया जाता है. उन्होंने बताया कि नया मोटर वाहन संशोधित अधिनियम 2019 लागू कर दिया गया है. जिस के तहत उल्लंघन करने वालों के खिलाफ भारी जुर्माना एवं कैद की सजा का भी प्रावधान है.

ये भी पढ़ें: Himachal Year Ender 2022: हिमाचल में इस साल 10 बड़े हादसे, इतने लोगों ने गंवाई जान

शिमला: हिमाचल के फुटपाथ व पगडंडियों पर चलना भी खतरे से खाली नहीं है. हिमाचल में 2022 में 405 पैदल चलने वाले (पदयात्री) दुर्घटना के शिकार हुए हैं. जिनमें 119 लोगों की जान चली गईं, तो 370 लोग जिंदगी भर के लिए अपंगता का दंश झेलने को मजबूर हैं. राज्य में पैदल चलने वाले लागों की दुर्घटनाओं पर नजर दौड़ाएं तो साल 2017 से 2022 तक 3477 पदयात्री दुर्घटना के शिकार हुए हैं, जिनमें 948 लोगों की मौत हो चुकी है जो की कुल यातायात दुर्घटनाओं का 15 फीसदी है. (Himachal Pedestrians becoming victims accident) (Cases of Pedestrians accident in himachal)

यह पैदल चलने वाले लोगों की दुर्घटना होने का खुलासा प्रदेश पुलिस महकमे के विंग टीटीआर ने किया है. पुलिस के यातायात, पर्यटन एवं रेलवे विभाग द्वारा प्रदेश में फुटपाथ एवं पैदल चलने वाले लोगों की दुर्घटना के मामलों का विश्लेषण किया. जिसमें यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. पुलिस टीटीआर विंग के विश्लेषण के बाद प्रदेश पुलिस भी ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सजग हो गई है.

प्रदेश पुलिस के महानिदेशक संजय कुंडू ने इसे गंभीरता से लिया है और समस्त जिला पुलिस अधीक्षक एंव अन्य विभागों को इस सदंर्भ में सख्त निर्देश दे दिए हैं कि पैदल चलने वाले लोगों से हो रही यातायात दुर्घटनाओं को रोकने के लिए मौके पर प्रभावी कार्रवाई अमल में लाए. बता दें कि हिमाचल प्रदेश पुलिस आम जनमानस की जान व माल की सुरक्षा के लिए कृत संकल्प है. हिमाचल पुलिस का यातायात विभाग निरंतर यह प्रयास करता रहता है कि सडंक मार्ग का उपयोग करते हुए लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो. लोगों को सुरक्षित अपने गंतव्य तक जाने में कोई असुविधा न हो.

सड़क मार्ग पर अवैद्य पार्किंग होने पर लोगों को उचित समय में अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचने में विलंब होता है एवं ट्रैफिक जाम एवं पैदल चलने वाले लोगों को दुर्घटना का सामना करना पड़ता है. पुलिस विभाग द्वारा जन जागरूकता अभियान चला कर आम लोगों एवं वाहन चालकों को जागरूक भी किया जाएगा. सड़क मार्ग की सही स्थिति पर भी पुलिस नजर रखती है वहीं, ब्लैक स्पॉट, जेबरा क्रॉसिंग, स्पीड ब्रेकर को भी पहचान कर चिन्हित किया जाता है और संबंधित विभाग को सड़क के सुधार के लिए समय-समय पर सुचित किया जाता है.

हिमाचल में कुल 249 ब्लैक स्पॉट चिन्हित- एसपी टीटीआर नरवीर सिंह राठौर ने बताया कि पुलिस ने साल 2020-2021 में हिमाचल में कुल 249 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए, जिन को ठीक करने के लिए लोक निर्माण विभाग एवं राष्ट्रीय उच्च मार्ग विभागों को सूचित कर अधिकतर स्पॉट को ठीक कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि कई अत्याधुनिक उपकरणों की खरीद हिमाचल प्रदेश पुलिस के यातायात, पर्यटक एवं रेलवे विभाग द्वारा वर्ष 2022 में हिमाचल पुलिस को इस अपराध से निपटने के लिए कई अत्याधुनिक उपकरणों की खरीद की है.

यातायात नियम तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई- जिन में मुख्यत: यातायात विभाग के कर्मचारियों को 433 बॉडी वार्न कैमरा, 1000 टैफकॉन वितरित कर दिए गए हैं. इस के अलावा 136 हाइड्रोलिक जैक, 50 अल्को सेंसर उपकरण, 3 हाइड्रोलिक कटर, 50 वैरिकेटस, 136 स्ट्रक्चर की भी खरीद की गई है. नरवीर सिंह राठौर ने बताया कि पुलिस यातायात नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी कर रही है. उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में वर्ष 2022 में कुल 7,99, 215 ट्रैफिक नियमों का उल्लघंन करने पर चालान काटे गए हैं.

इन चालान के संदर्भ में 33,46,98,950 रुपये का शुल्क प्राप्त किया गया है. उपरोक्त आंकड़ो से यह साबित होता है कि ट्रैफिक नियमों का उल्लघंन करने वालों पर पुलिस की कड़ी नजर है और समय- समय पर लोगों को कई जागरूकता अभियान से भी सचेत किया जाता है. उन्होंने बताया कि नया मोटर वाहन संशोधित अधिनियम 2019 लागू कर दिया गया है. जिस के तहत उल्लंघन करने वालों के खिलाफ भारी जुर्माना एवं कैद की सजा का भी प्रावधान है.

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