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करुणामूलक आश्रितों ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, 4500 परिवारों से वादाखिलाफी का आरोप

करुणामूलक संघ के पदाधिकारी शिमला में क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. करुणामूलक संघ ने हिमाचल प्रदेश सरकार पर वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया है. बार-बार मांग करने के बावजूद सुनाई न होने पर संघ ने क्रमिक अनशन का फैसला लिया है. करुणामूलक संघ विधानसभा सत्र के दौरान भी अपनी मांगों को लेकर सरकार का घेराव करने की तैयारी कर रहा है.

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Published : Jul 30, 2021, 5:15 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश करुणामूलक संघ ने एक बार फिर प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. करुणामूलक संघ के पदाधिकारी शिमला में क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. करुणामूलक संघ ने हिमाचल प्रदेश सरकार पर वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया है.

संघ के अध्यक्ष अजय कुमार का कहना है कि सरकार ने उनके साथ वादा खिलाफी की है. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पिछले विधानसभा सत्र के दौरान उनसे मुलाकात की थी. इस मुलाकात के दौरान उन्हें 1 महीने का समय देने की बात कही थी, लेकिन अब 6 महीने से ज्यादा का समय बीत गया है. अब तक करुणामूलक आश्रितों के लिए कोई नीति नहीं बनाई गई है. आज प्रदेश सरकार की अनदेखी की वजह से 4500 से ज्यादा परिवार रास्ते पर आ गए हैं.

वीडियो.

अजय कुमार ने कहा कि बार-बार सरकार से मांग करने के बावजूद उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि उनके लिए जल्द से जल्द नीति बनाई जाए. जब तक प्रदेश सरकार करुणामूलक आश्रितों के लिए कोई नीति नहीं बनाती, तब तक यह क्रमिक हड़ताल जारी रहेगी.

बता दें कि हिमाचल प्रदेश में 4500 से ज्यादा करुणामूलक आश्रित लंबे समय से प्रदेश सरकार से स्थाई नीति बनाए जाने की मांग कर रहे हैं. इसके लिए संघ कई बार प्रदेश सरकार से मिलकर ज्ञापन सौंप चुका है, लेकिन बावजूद इसके अब तक करुणामूलक आश्रितों के लिए कोई नीति नहीं बनाई गई है.

ऐसे में यह करुणामूलक आश्रित बेहद परेशान हैं. बार-बार मांग करने के बावजूद सुनाई न होने पर संघ ने क्रमिक अनशन का फैसला लिया है. 2 अगस्त से हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है. ऐसे में करुणामूलक संघ विधानसभा सत्र के दौरान भी अपनी मांगों को लेकर घेराव की तैयारी कर रहा है.

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शिमला: हिमाचल प्रदेश करुणामूलक संघ ने एक बार फिर प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. करुणामूलक संघ के पदाधिकारी शिमला में क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. करुणामूलक संघ ने हिमाचल प्रदेश सरकार पर वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया है.

संघ के अध्यक्ष अजय कुमार का कहना है कि सरकार ने उनके साथ वादा खिलाफी की है. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पिछले विधानसभा सत्र के दौरान उनसे मुलाकात की थी. इस मुलाकात के दौरान उन्हें 1 महीने का समय देने की बात कही थी, लेकिन अब 6 महीने से ज्यादा का समय बीत गया है. अब तक करुणामूलक आश्रितों के लिए कोई नीति नहीं बनाई गई है. आज प्रदेश सरकार की अनदेखी की वजह से 4500 से ज्यादा परिवार रास्ते पर आ गए हैं.

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अजय कुमार ने कहा कि बार-बार सरकार से मांग करने के बावजूद उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि उनके लिए जल्द से जल्द नीति बनाई जाए. जब तक प्रदेश सरकार करुणामूलक आश्रितों के लिए कोई नीति नहीं बनाती, तब तक यह क्रमिक हड़ताल जारी रहेगी.

बता दें कि हिमाचल प्रदेश में 4500 से ज्यादा करुणामूलक आश्रित लंबे समय से प्रदेश सरकार से स्थाई नीति बनाए जाने की मांग कर रहे हैं. इसके लिए संघ कई बार प्रदेश सरकार से मिलकर ज्ञापन सौंप चुका है, लेकिन बावजूद इसके अब तक करुणामूलक आश्रितों के लिए कोई नीति नहीं बनाई गई है.

ऐसे में यह करुणामूलक आश्रित बेहद परेशान हैं. बार-बार मांग करने के बावजूद सुनाई न होने पर संघ ने क्रमिक अनशन का फैसला लिया है. 2 अगस्त से हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है. ऐसे में करुणामूलक संघ विधानसभा सत्र के दौरान भी अपनी मांगों को लेकर घेराव की तैयारी कर रहा है.

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