शिमला: कोरोना वायरस की दूसरी लहर का सामना तो देश कर ही रहा है, लेकिन इस वायरस की तीसरी लहर भी आने का अनुमान लगाया जा रहा है. ऐसे में प्रदेश सरकार ने कोविड-19 की अपेक्षित तीसरी लहर से निपटने के लिए पीडियाट्रिक टास्क फोर्स गठित करने का निर्णय लिया है.
कोरोना वायरस की तीसरी लहर से बच्चे हो सकते हैं प्रभावित
एनएचएम के एमडी निपुण जिंदल ने बताया कि 18 से 44 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण कार्य तेजी से चल रहा है. अगले तीन-चार महीने में इस आयुवर्ग के अधिकतर लोगों का टीकाकरण कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि आने वाली तीसरी लहर से केवल बच्चे ही प्रभावित हो सकते हैं, जिससे निपटने के लिए सरकार ने इस पीडियाट्रिक टास्क फोर्स का गठन करने का निर्णय लिया है.
महामारी से निपटने के लिए तैयार की जाएगी उपयुक्त योजना
जिंदल ने कहा कि यह फोर्स समय-समय पर उचित परामर्श प्रदान करने के अलावा विभिन्न पीआईसीयू, एम-एनआईसीयू, एसएनसीयू, एनबीएसयू आदि में आधारभूत ढांचे की उपलब्धता का अध्ययन करेगी. उन्होंने कहा कि यह टास्क फोर्स इस महामारी से निपटने के लिए आवश्यक मशीनरी, यंत्र और श्रमशक्ति प्रदान करने के लिए उपयुक्त योजना भी तैयार करेगी.
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