शिमला: क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड मामले में एसआईटी ने हिमाचल के 6 जिलों में 41 जगहों पर एक साथ दबिश दी है. यह छापामारी प्रदेश के कांगड़ा, मंडी, ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर और सोलन में विभिन्न स्थानों पर की गई है. कांगड़ा में 7 जगह मंडी में 2, ऊना में 2, हमीरपुर में 25 बिलासपुर में 4 और सोलन में 1 ठिकाने पर छापा मारा गया है.
एसआईटी की टीमों ने इस छापामारी के दौरान अलग अलग ठिकानों से आपत्तिजनक दस्तावेज, संपत्ति रिकॉर्ड, मोबाइल सहित डिजिटल उपकरण को कब्जे में लिया है. एसआईटी का दावा है कि इस तलाशी अभियान के दौरान कुछ महत्वपूर्ण सबूत भी हाथ लगे हैं जिन्हें कब्जे में लिया गया है. इसके अलावा वाहनों को भी जब्त किया गया है. हमीरपुर में 25 जगहों पर छापेमारी की गई है. एसआईटी की टीमें नौहंगी में 2 जगह पर, रंगस पंचायत समेत अन्य स्थानों पर भी दबिश देने के साथ सुजानपुर के कई इलाके में भी पहुंची है. एसआईटी ने मुख्य आरोपी ऊना जिले के निवासी अभिषेक शर्मा को भी दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया है. जिसे कोर्ट ने 5 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. डीजीपी संजय कुंडू ने मामले की पुष्टि की है. उन्होंने बताया एसआईटी जांच कर रही है और जगह जगह छापे मारी कर रही है.
एसआईटी की टीम ने पुलिस के उस कर्मचारी के घर पर जाकर भी छानबीन की है, जो इस मामले में संलिप्त बताया गया है. बता दें कि विधानसभा के मानसून सत्र में क्रिप्टो करेंसी फर्जीवाड़े का मामला देहरा के विधायक होशियार सिंह ने उठाया था. इनकी मांग पर उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने एसआईअी गठित कर सख्त कार्रवाई का भरोसा सदन में दिया था. इसके बाद हिमाचल के डीजीपी संजय कुंडू ने क्रिप्टो करेंसी फर्जीवाड़े की जांच के लिए एसआईटी गठित की.
डीआईजी उत्तरी रेंज अभिषेक दुल्लर की अगुवाई में एसआईटी बनाई गई. इसमें एसपी साइबर क्राइम अध्यक्ष रोहित मालपानी, एएसपी प्रवीन धीमान साइबर क्राइम, एएसपी मनमोहन सिंह साइबर क्राइम मंडी और डीएसपी कांगड़ा अंकित शर्मा, डीएसपी नूरपुर विशाल वर्मा, डीएसपी पालमपुर लोकेंद्र नेगी व डीएसपी ज्वाली वीरी सिंह को शामिल किया गया.