शिमला: हिमाचल प्रदेश में हेपेटाइटिस बी के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं. सबसे ज्यादा मरीज लाहौल स्पीति व किन्नौर जिले में हैं. जिसका खुलासा एक सर्वे में हुआ है. इसी को देखते हुए सरकार ने हेपेटाइटिस बी का इलाज आइजीएमसी में निशुल्क कर दिया है.
आइजीएमसी में हेपेटाइटिस बी की पर्याप्त दवाईयां आइजीएमसी में पहुंच गई हैं और मरीजों को निशुल्क दी जाने लगी हैं. इस बात की जानकारी आइजीएमसी के प्रशासनिक अधिकारी डॉ. राहुल गुप्ता ने दी. उन्होंने बताया कि आइजीएमसी में काफी संख्या में हेपेटाइटिस बी के मरीज आते हैं जिनमें सबसे ज्यादा लाहौल स्पीति और किन्नौर के होते हैं. डॉ. राहुल गुप्ता ने बताया कि मरीजों को लगभग 5 लाख तक का खर्चा इलाज के लिए करना पड़ता था, लेकिन अब यह इलाज आइजीएमसी में निशुल्क होगा.
कैसे फैलता है हेपेटाइटिस बी?
यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक संक्रमित सूई, असुरक्षित यौन संबंध से फैलता है. इसे पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता, बल्कि दवाइयों से नियंत्रित किया जा सकता है.
बीमारी के लक्ष्ण
हेपेटाइटिस बी के लक्षण में जोड़ों का दर्द, उल्टी और कमजोरी का आना, हमेशा थकान का रहना, चमड़ी का रंग पीला पड़ना, आंखों का सफेद हिस्सा पीला पड़ना है. मरीज को भूख नहीं लगती है और बुखार आता-जाता रहता है, लेकिन अब आइजीएमसी में हेपेटाइटिस बी का इलाज निशुल्क शुरू हो गया है.
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