शिमला: राजधानी शिमला में हो रही बर्फबारी ने जीवन की रफ्तार पर पूरी तरह से ब्रेक लगा दी है. शिमला जिला में बर्फबारी से जन जीवन पूरी तरह से प्रभवित हो गया है. शिमला शहर में जहां आधे फुट से ज्यादा बर्फ गिर चुकी है, वहीं ऊपरी क्षेत्रों में एक फुट से अधिक बर्फबारी हो चुकी है. अभी भी बर्फ गिर रही है.
सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बंद
शिमला शहर में सड़कों से बर्फ हटाने का काम किया जा रहा है और अस्पतालों को जाने वाले रास्तों से बर्फ हटाई गई है. शहर में सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है. बर्फ पर गाड़ियां फिसल रही हैं. शहर में जगह जगह गाड़ियों को धक्का लगाते हुए लोग नजर आ रहे हैं.
सड़कों से हटाई जा रही बर्फ
शिमला उपायुक्त आदित्य नेगी ने कहा कि बर्फबारी होने से अधिकतर सड़कें बंद हो गई हैं और सड़कों से बर्फ हटाने का काम किया जा रहा है और जगह जगह जेसीबी तैनात की गई है. अस्पतालों की सड़कों से बर्फ हटा दी गई है. डीसी ने कहा कि कहीं से कोई नुकसान की खबर नहीं है. जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है.
बर्फबारी से सड़क पर बढ़ी फिसलन
बता दें कि शिमला जिला में सुबह से ही बर्फबारी का दौर शुरू हुआ है जो अभी तक जारी है. वाहनों की आवाजाही बंद होने से लोगों को पैदल ही घरों की और जाना पड़ रहा है. शुक्रवार को शिमला में दूध ब्रेड की सप्लाई भी नहीं मिलेगी. पर्यटन कारोबारी बर्फबारी से खुश हैं. होटल पूरी तरह पैक हैं. शिमला शहर में ही करीब 6 इंच, कुफरी 9 इंच और नारकंडा में एक फीट से अधिक बर्फबारी हुई है.
बर्फबारी से बागवानों के खिले चेहरे
ऊपरी शिमला में करीब 200 बसें फंस चुकी हैं. ऊपरी शिमला के लिए बसों को सुबह से ही वाया बसंतपुर मशोबरा भेजा जा रहा है, लेकिन मशोबरा में अधिक बर्फबारी होने के कारण सड़क पर फिसलन बढ़ गई है जिस कारण वाहन वहीं पर फंसे हुए हैं. वहीं, बर्फबारी से बागवानों के चेहरे खिल गए हैं. ताजा बर्फबारी सेब और अन्य फसलों के लिए संजीवनी साबित होगी.
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