रामपुर: हिमाचल के किसानों को लॉकडाउन के साथ-साथ ओलावृष्टि से भी दो चार होना पड़ रहा है. खराब मौसम के चलते किसानों और बागवानों की फसलों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. बागवानों ने सरकार से केसीसी माफ करने की मांग की है.
बागवानों का कहना है कि फसलों को हुए नुकसान से की वजह से उन पर आर्थिक संकट आ गया है. ओलावृष्टि से फसल को ही नहीं बल्की पेड़ों को भी भारी क्षति पहुंची है. ऐसे में आने वाले कुछ वर्षों में भी फसल अच्छी नहीं हो पाएगी. ओलावृष्टि बागवानों को एक साल के लिए नहीं बल्की दो से तीन सालों तक ना भरने वाले जख्म देकर गई है.
बागवानों का कहना है कि उनके घर की आर्थिकी सेब पर ही निर्भर करती है. बच्चों की पड़ाई से लेकर घर का साल भर का खर्च वह सेब की आय से की चलाते थे, लेकिन इस बार घर का खर्च चलाना भी मुश्किल हो रहा है. किसानों की सरकार से मांग है कि बागवानों द्वारा बनाई गई किसान क्रेडिट कार्ड किस्त को माफ किया जाए. जिसे लेकर कोटगढ़ क्षेत्र में कई बागवानों ने सरकार से सहायता की गुहार लगाई है.
बागवानों का कहना है कि ओलावृष्टि से हुए नुकसान के चलते उनको घर का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है. ऐसे में केसीसी की ईएमआई को कैसे देंगे. बागवानों ने सरकार से गुहार लगाई है कि सरकार सहायता के तौर पर उनकी केसीसी की किस्त माफ करे.
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