शिमला: प्रदेश में लगातार मानसून का कहर बरपा रहा है. मूसलाधार बारिश सड़कों, पुलों और पानी की परियोजनाओं और निजी संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा रही है. प्रदेश में मानसून में अब तक 5657 करोड़ का नुकसान हो चुका है. लोक निर्माण विभाग को 1945 करोड़ का नुकसान हुआ है. सैकड़ों सड़कों के साथ करीब 90 पुलों को भी क्षति पहुंची है जबकि 19 पुल बाढ़ में बह गए हैं. हालांकि लोक निर्माण विभाग सड़कों को बहाल करने का काम कर रहा है, लेकिन लगातार हो रही बारिश से सड़कें फिर से बाधित हो रही हैं. प्रदेश में करीब 409 सड़कें अवरुद्ध हैं. इनमें 244 सड़कें लोक निर्माण विभाग शिमला जोन और 127 सड़कें मंडी जोन की बंद पड़ी हैं. कांगड़ा जोन में 29 और हमीरपुर जोन के तहत 7 सड़कें बंद हैं. इसके अलावा कुछ राजमार्ग भी बारिश से बाधित हैं. विभाग ने करीब 548 टिप्पर, जेसीबी और अन्य मशीनें तैनात कर रखी हैं.
जलशक्ति विभाग की 1543 करोड़ की परियोजनाएं क्षतिग्रस्त: मानसून की भारी बारिश से पानी की परियोजनाओं को भी क्षति पहुंची है. पानी की लाइनें और जल स्त्रोत भूस्खलन होने से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. मानसून में जल शक्ति विभाग की करीब 8439 योजनाओं को बरसात से क्षति पहुंची है. इनमें 6659 पेयजल की हैं. हालांकि विभाग ने इनमें से 6425 परियोजनाएं अस्थाई तौर पर बहाल कर दी हैं. इसके अलावा सिंचाई की 1524 फ्लड कंट्रोल की 181 और सीवरेज की 68 परियोजनाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं. भारी बारिश से जल शक्ति विभाग को करीब अब तक 1543 करोड़ का नुकसान हुआ है. इसके अलावा प्रदेश बिजली बोर्ड को भी करीब 1497 करोड़, कृषि को करीब 167 करोड़ और बागवानी को करीब 144 करोड़ का नुकसान हुआ है.
बारिश ने 7883 परिवारों के आशियाने भी उजाड़े: भारी बारिश से अबकी बार सैंकड़ों मकान भी भूस्खलन और फ्लड की चपेट में आ गए. प्रदेश के विभिन्न जिलों में करीब 7883 परिवारों के आशियाने बारिश से उजड़ गए. जिनमें 704 घर पूरी तरह से तबाह हो गया. यही नहीं 241 दुकानें भी भारी बारिश में क्षतिग्रस्त हुई हैं और प्रदेश में 2232 से ज्यादा गौशालाएं भी ढह गईं. बारिश में होने वाले हादसों की वजह से 189 लोगों की मौत भी हुई है.
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Himachal Monsoon: मानसून में अब तक ₹5657 करोड़ का नुकसान, प्रदेश में अभी भी 400 से ज्यादा सड़कें बंद - LOSS DUE TO HEAVY RAINS IN HIMACHAL
प्रदेश में बारिश से सड़कों के बंद होने का सिलसिला जारी है. प्रदेश में 409 सड़कें बाधित हैं. सड़कों के बंद होने से कई इलाकों में लोगों को परेशानी हो रही है. सड़कों के साथ पानी की परियोजनाएं भी प्रभावित हुई हैं. इसके अलावा कई इलाकों में बिजली की आपूर्ति बाधित हो रही है. इसके साथ ही बारिश में अब तक ₹5657 करोड़ का नुकसान प्रदेश को पहुंचा है.
शिमला: प्रदेश में लगातार मानसून का कहर बरपा रहा है. मूसलाधार बारिश सड़कों, पुलों और पानी की परियोजनाओं और निजी संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा रही है. प्रदेश में मानसून में अब तक 5657 करोड़ का नुकसान हो चुका है. लोक निर्माण विभाग को 1945 करोड़ का नुकसान हुआ है. सैकड़ों सड़कों के साथ करीब 90 पुलों को भी क्षति पहुंची है जबकि 19 पुल बाढ़ में बह गए हैं. हालांकि लोक निर्माण विभाग सड़कों को बहाल करने का काम कर रहा है, लेकिन लगातार हो रही बारिश से सड़कें फिर से बाधित हो रही हैं. प्रदेश में करीब 409 सड़कें अवरुद्ध हैं. इनमें 244 सड़कें लोक निर्माण विभाग शिमला जोन और 127 सड़कें मंडी जोन की बंद पड़ी हैं. कांगड़ा जोन में 29 और हमीरपुर जोन के तहत 7 सड़कें बंद हैं. इसके अलावा कुछ राजमार्ग भी बारिश से बाधित हैं. विभाग ने करीब 548 टिप्पर, जेसीबी और अन्य मशीनें तैनात कर रखी हैं.
जलशक्ति विभाग की 1543 करोड़ की परियोजनाएं क्षतिग्रस्त: मानसून की भारी बारिश से पानी की परियोजनाओं को भी क्षति पहुंची है. पानी की लाइनें और जल स्त्रोत भूस्खलन होने से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. मानसून में जल शक्ति विभाग की करीब 8439 योजनाओं को बरसात से क्षति पहुंची है. इनमें 6659 पेयजल की हैं. हालांकि विभाग ने इनमें से 6425 परियोजनाएं अस्थाई तौर पर बहाल कर दी हैं. इसके अलावा सिंचाई की 1524 फ्लड कंट्रोल की 181 और सीवरेज की 68 परियोजनाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं. भारी बारिश से जल शक्ति विभाग को करीब अब तक 1543 करोड़ का नुकसान हुआ है. इसके अलावा प्रदेश बिजली बोर्ड को भी करीब 1497 करोड़, कृषि को करीब 167 करोड़ और बागवानी को करीब 144 करोड़ का नुकसान हुआ है.
बारिश ने 7883 परिवारों के आशियाने भी उजाड़े: भारी बारिश से अबकी बार सैंकड़ों मकान भी भूस्खलन और फ्लड की चपेट में आ गए. प्रदेश के विभिन्न जिलों में करीब 7883 परिवारों के आशियाने बारिश से उजड़ गए. जिनमें 704 घर पूरी तरह से तबाह हो गया. यही नहीं 241 दुकानें भी भारी बारिश में क्षतिग्रस्त हुई हैं और प्रदेश में 2232 से ज्यादा गौशालाएं भी ढह गईं. बारिश में होने वाले हादसों की वजह से 189 लोगों की मौत भी हुई है.
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