ETV Bharat / state

Himachal Monsoon: मानसून सीजन में अब तक 158 की मौत, ₹5200 करोड़ का नुकसान, 5969 घर क्षतिग्रस्त

इस बार मानसून सीजन हिमाचल प्रदेश के लिए आफत लेकर आई है. लगातार हो रही बारिश से राज्य में बाढ़ जैसे हालात है. वहीं, इस मानसूनी बारिश में अब तक 158 लोगों की जान जा चुकी है. जबकि ₹5200 करोड़ की संपत्ति आपदा की भेंट चढ़ चुकी है.

Himachal Monsoon
मानसून सीजन में अब तक 158 की मौत
author img

By

Published : Jul 23, 2023, 6:43 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में इस बार मानसून सीजन जानलेवा साबित हो रहा है. आसमान से बरसती आफत प्रदेश भर में सड़कें, पुल, पानी की परियोजनाओं और निजी संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा है. इसके साथ ही राज्य में 158 लोगों की मौत अब तक हो चुकी है. वहीं, करीब 189 लोग घायल हुए हैं. लगातार हो रही बारिश से हिमाचल में अब तक करीब 6 हजार परिवारों के आशियाने उजड़ गए हैं. वहीं, प्रदेश में भारी बारिश से करीब ₹5200 करोड़ का नुकसान अब तक हुआ है.

बारिश से ₹5200 करोड़ का नुकसान: हिमाचल प्रदेश में मानसून जानमाल को भारी नुकसान पहुंचा रहा है. बारिश में सड़कों, पानी की परियोजनाओं, निजी संपत्तियों को करीब ₹5200 करोड़ की क्षति पहुंची है. इसमें लोक निर्माण विभाग को ₹1666.68 करोड़ की क्षति हुई है. सैकड़ों सड़कों के साथ दो दर्जन पुल भी बारिश में क्षतिग्रस्त हुए हैं. जबकि करीब एक दर्जन पुल बाढ़ में बह गए.

प्रदेश में 700 सड़कें अभी भी बाधित: प्रदेश में बारिश लगातार जारी है. जिससे सड़कों के बाधित होने का सिलसिला भी जारी है. प्रदेश में करीब 700 सड़कें अभी भी बंद पडी हैं. जिनमें सबसे ज्यादा 422 सड़कें लोक निर्माण विभाग शिमला के तहत बंद हैं. जबकि 196 सड़कें मंडी जोन और 65 सड़कें कांगड़ा जोन और 9 सड़कें हमीरपुर जोन के तहत बंद हैं. इसके अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग भी बाधित हो रहे हैं. लोक निर्माण विभाग सड़कों को खोलने का काम कर रहा है, लेकिन बारिश इस काम में बाधा पहुंचा रही है.

जल शक्ति विभाग की 7400 परियोजनाएं ठप: मानसून में जल शक्ति विभाग की पानी की परियोजना सहित अन्य परियोजनाओं को भारी क्षति पहुंची है. जल शक्ति विभाग की करीब 7409 योजनाओं को इस बारिश से नुकसान पहुंचाया है. इन परियोजनाओं में 6389 पेयजल की हैं, जिनमें से 6019 को बहाल कर दिया गया है. इसके अलावा सिंचाई की 1141, फ्लड कंट्रोल की 174 व सीवरेज की 63 परियोजनाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं. जलशक्ति विभाग को करीब ₹1475 करोड़ की क्षति अबकी बार बारिश ने पहुंचाई है. यही नहीं बारिश से प्रदेश में सेब व अन्य फलों को भी करीब ₹144 करोड़ का नुकसान हुआ है. बिजली बोर्ड को भी करीब ₹1482 करोड़ की क्षति मानसून ने पहुंचाई है. इसके अलावा नगर निकायों में भी संपत्तियों को करीब ₹6.47 करोड़ का नुकसान भी हुआ है.

बरसात में 158 लोगों की गई जान: प्रदेश में अबकी बार मानसून में भारी जानी नुकसान हुआ है. मानसून में इस बार 158 लोगों की अपनी जान गवानी पड़ी हैं. इनमें शिमला जिला में 40, कुल्लू जिला में 31 और चंबा में 16 लोगों की मौत हुई है. मंडी जिला में 13 लोगों और सोलन में 10 लोगों की जानें बारिश में गईं. कांगड़ा और ऊना में 9-9 लोगों की और हमीरपुर में 8 लोगों की जानें गई हैं. इसके अलावा बिलासपुर और किन्नौर में 6-6 लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी हैं. लाहौल स्पीति में एक व्यक्ति की जान बरसात में गई है. इसके अलावा करीब 189 लोग बारिश के दौरान होने वाले हादसों में जख्मी भी हुए हैं.

6000 परिवार बेघर, 1648 गौशालाएं भी ढहीं: प्रदेश में भारी बारिश से आई बाढ़ और भूस्खलन में 5969 परिवारों के आशियाने क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें 606 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं. जबकि 5363 घरों को भी आंशिक नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा 236 दुकानें भी क्षतिग्रस्त हुई. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में 1648 के करीब गौशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं.

ये भी पढ़ें: Monsoon Rains In Sirmaur: मानसून सीजन में सिरमौर में अब तक 7 लोगों की मौत, 14 घायल, नुकसान का आंकड़ा 250 करोड़ से पार

शिमला: हिमाचल प्रदेश में इस बार मानसून सीजन जानलेवा साबित हो रहा है. आसमान से बरसती आफत प्रदेश भर में सड़कें, पुल, पानी की परियोजनाओं और निजी संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा है. इसके साथ ही राज्य में 158 लोगों की मौत अब तक हो चुकी है. वहीं, करीब 189 लोग घायल हुए हैं. लगातार हो रही बारिश से हिमाचल में अब तक करीब 6 हजार परिवारों के आशियाने उजड़ गए हैं. वहीं, प्रदेश में भारी बारिश से करीब ₹5200 करोड़ का नुकसान अब तक हुआ है.

बारिश से ₹5200 करोड़ का नुकसान: हिमाचल प्रदेश में मानसून जानमाल को भारी नुकसान पहुंचा रहा है. बारिश में सड़कों, पानी की परियोजनाओं, निजी संपत्तियों को करीब ₹5200 करोड़ की क्षति पहुंची है. इसमें लोक निर्माण विभाग को ₹1666.68 करोड़ की क्षति हुई है. सैकड़ों सड़कों के साथ दो दर्जन पुल भी बारिश में क्षतिग्रस्त हुए हैं. जबकि करीब एक दर्जन पुल बाढ़ में बह गए.

प्रदेश में 700 सड़कें अभी भी बाधित: प्रदेश में बारिश लगातार जारी है. जिससे सड़कों के बाधित होने का सिलसिला भी जारी है. प्रदेश में करीब 700 सड़कें अभी भी बंद पडी हैं. जिनमें सबसे ज्यादा 422 सड़कें लोक निर्माण विभाग शिमला के तहत बंद हैं. जबकि 196 सड़कें मंडी जोन और 65 सड़कें कांगड़ा जोन और 9 सड़कें हमीरपुर जोन के तहत बंद हैं. इसके अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग भी बाधित हो रहे हैं. लोक निर्माण विभाग सड़कों को खोलने का काम कर रहा है, लेकिन बारिश इस काम में बाधा पहुंचा रही है.

जल शक्ति विभाग की 7400 परियोजनाएं ठप: मानसून में जल शक्ति विभाग की पानी की परियोजना सहित अन्य परियोजनाओं को भारी क्षति पहुंची है. जल शक्ति विभाग की करीब 7409 योजनाओं को इस बारिश से नुकसान पहुंचाया है. इन परियोजनाओं में 6389 पेयजल की हैं, जिनमें से 6019 को बहाल कर दिया गया है. इसके अलावा सिंचाई की 1141, फ्लड कंट्रोल की 174 व सीवरेज की 63 परियोजनाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं. जलशक्ति विभाग को करीब ₹1475 करोड़ की क्षति अबकी बार बारिश ने पहुंचाई है. यही नहीं बारिश से प्रदेश में सेब व अन्य फलों को भी करीब ₹144 करोड़ का नुकसान हुआ है. बिजली बोर्ड को भी करीब ₹1482 करोड़ की क्षति मानसून ने पहुंचाई है. इसके अलावा नगर निकायों में भी संपत्तियों को करीब ₹6.47 करोड़ का नुकसान भी हुआ है.

बरसात में 158 लोगों की गई जान: प्रदेश में अबकी बार मानसून में भारी जानी नुकसान हुआ है. मानसून में इस बार 158 लोगों की अपनी जान गवानी पड़ी हैं. इनमें शिमला जिला में 40, कुल्लू जिला में 31 और चंबा में 16 लोगों की मौत हुई है. मंडी जिला में 13 लोगों और सोलन में 10 लोगों की जानें बारिश में गईं. कांगड़ा और ऊना में 9-9 लोगों की और हमीरपुर में 8 लोगों की जानें गई हैं. इसके अलावा बिलासपुर और किन्नौर में 6-6 लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी हैं. लाहौल स्पीति में एक व्यक्ति की जान बरसात में गई है. इसके अलावा करीब 189 लोग बारिश के दौरान होने वाले हादसों में जख्मी भी हुए हैं.

6000 परिवार बेघर, 1648 गौशालाएं भी ढहीं: प्रदेश में भारी बारिश से आई बाढ़ और भूस्खलन में 5969 परिवारों के आशियाने क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें 606 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं. जबकि 5363 घरों को भी आंशिक नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा 236 दुकानें भी क्षतिग्रस्त हुई. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में 1648 के करीब गौशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं.

ये भी पढ़ें: Monsoon Rains In Sirmaur: मानसून सीजन में सिरमौर में अब तक 7 लोगों की मौत, 14 घायल, नुकसान का आंकड़ा 250 करोड़ से पार

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.