शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून से जानमाल को भारी क्षति हुई है. सड़कों, पुलों और पानी की परियोजनाओं के साथ ही निजी संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा है. बरसात अब तक प्रदेश में ₹4985 करोड़ की संपत्ति अपने साथ बहा ले गई है. यही नहीं बरसात में अब तक 138 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी हैं. जबकि 5616 परिवारों को आशियान उजड़ गया.
भारी बारिश से ₹4985 करोड़ का नुकसान: प्रदेश में मानसून में अबकी बार जान-माल को नुकसान हुआ है. बारिश में सड़कों, पानी की परियोजनाओं, निजी संपत्तियों को करीब 4985 करोड़ की क्षति पहुंची है. इसमें लोक निर्माण विभाग को 1621 करोड़ की क्षति हुई है. प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में सैकड़ों सड़कें क्षतिग्रस्त हुई है. दो दर्जन पुल भी क्षतिग्रस्त हुए हैं. जबकि करीब एक दर्जन पुल बारिश से सैलाब में बह गए. वहीं, प्रदेश में अभी भी बारिश हो रही है. इससे सड़कें भी बंद हो रही हैं.
हिमाचल प्रदेश में अभी भी 605 सड़कें बंद: प्रदेश में अभी भी 605 सड़कें भी बंद पड़ी हैं, जिनमें 341 सड़कें लोक निर्माण विभाग शिमला के तहत बंद हैं. जबकि 211 सड़कें मंडी जोन और 45 सड़कें कांगड़ा जोन और 6 सड़कें हमीरपुर जोन के तहत बंद हैं. लोक निर्माण विभाग सड़कों को खोलने का काम कर रहा है, इसके लिए प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में ट्रकों, टिप्परों सहित 1018 मशीनें लगाई गई हैं.
जल शक्ति विभाग की 7409 परियोजनाएं क्षतिग्रस्त: प्रदेश में अबकी बार हुई भारी बारिश से जल शक्ति विभाग की पानी व अन्य परियोजनाएं बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं. जल शक्ति विभाग की करीब 7409 योजनाओं को इस बारिश से क्षति पहुंची है. प्रभावित होने वाली परियोजनाओं में 5860 पेयजल की हैं, हालांकि विभाग ने इनमें से जिनमें से 5467 को बहाल कर दिया गया है. इसके अलावा सिंचाई की 1352, फ्लड कंट्रोल की 138 व सीवरेज की 59 परियोजनाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं. जलशक्ति विभाग को करीब 1448 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. यही नहीं मानसून की भारी बारिश से बिजली बोर्ड को भी करीब 1482 करोड़ का नुकसान जबकि शहरी निकायों में भी करीब 6.47 करोड़ का नुकसान बारिश ने पहुंचाया है.
बरसात में अब तक 138 लोगों की गई जान: मानसून में प्रदेश में भारी जानी नुकसान हुआ है. मानसून में इस बार 138 लोगों की जानें गई हैं. इनमें कुल्लू जिला में 31, शिमला जिला में 29 लोगों की मौत हुई है. चंबा में 16, मंडी में 13 और सोलन में 10 लोगों की मौत बरसात में हुई है. कांगड़ा जिला में 9 लोगों की और ऊना व सिरमौर में 7-7 लोगों की जबकि हमीरपुर न किन्नौर में 6-6 लोगों की मौत हुई है. बिलासपुर में 3 लोगों और लाहौल स्पीति में भी एक व्यक्ति की जान गई.
5616 घर और 1500 गौशाला क्षतिग्रस्त: भारी बारिश से हुए भूस्खलन व फ्लड आदि से करीब 5616 परिवारों के आशियाने भी क्षतिग्रस्त हुए. इनके अलावा 234 दुकानें भी इस बरसात में क्षतिग्रस्त हुई है. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में 1500 से गौशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं. सैंकड़ों मवेशियों की जान भी इस बरसात में गई हैं.
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