शिमला: स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल ने बुधवार को आईजीएमसी में बन रहे नए भवन का निरक्षण किया. स्वास्थ्य मंत्री तेज बारिश में आईजीएमसी पहुंचे थे. उन्होंने विभिन्न ओपीडी का निरीक्षण किया जो नए भवन में शुरू होनी वाली हैं.
इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल ने कहा कि जल्द ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इस नए भवन का उद्घाटन करेंगे. नए भवन के शुरू होने से आम मरीजों को लाभ होगा और अस्पताल में रोजाना होने वाली भीड़ भी कम होगी. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल होने के कारण मरीज आईजीएमसी में रेफर होते हैं. उनका कहना था कि नए भवन के बनने से मरीजों को अब बेहतर सुविधा मिलेगी.
वहीं, आईजीएमसी में रैगिंग मामले में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि मामला उनके ध्यान में है और इस पर उचित करवाई की जाएगी
कोरोना संकट में अस्पताल में पहुंच रहे मरीज
आईजीएमसी में हर दिन 4000 के लगभग मरीज इलाज के लिए आते हैं. वर्तमान में कोरोना संकट के समय गंभीर हालत में ही मरीज अस्पताल में आ रहे हैं और फिर भी ओपीडी 2500 के लगभग जाती है. इसमें वर्तमान में जो स्ट्रक्चर है, वो पर्ची काउंटर से लेकर वार्ड तक है. जहां हमेशा भीड़ लगी रहती है. पुराने भवन को 10 साल के बाद का प्लान करके बनाया गया था, तब ओपीडी भी कम होती थी, लेकिन अब आम दिनों में ही 3000 तक ओपीडी रही है.
नए भवन में मिलेंगी ये सुविधाएं
आईजीएमसी में बन रहे नए भवन में नीचे के 5 फ्लोर ट्रामा सेंटर और पार्किंग के लिए बनाए गए हैं. टॉप फ्लोर, डॉक्टर और फेकल्टी रूम,12वां फ्लोर रेडियोलॉजी विभाग, 11वां फ्लोर आई ओपीडी, 10वां फ्लोर ईएनटी और मनोचिकित्सा विभाग, 9वां फ्लोर ऑर्थो ओपीडी, 8वां फ्लोर स्किन ओपीडी, 7वां फ्लोर मेडिसिन ओपीडी, छठा फ्लोर सर्जरी ओपीडी के लिए बनाए जा रहे हैं.
इसके साथ ही चौथे फ्लोर में आपातकाल, तीसरा फ्लोर सेंट्रल रजिस्ट्रेशन, कोलेक्शन सेंटर, इमरजेंसी लैब रहेगी. दूसरे फ्लोर में डॉक्टर और जर्नल कैंटीन, लैब और पहले फ्लोर में लिफ्ट, गैस प्लांट, गार्बेज कलेक्शन सेंटर, 5 लिफ्ट रहेंगी. नए भवन में 5 लिफ्ट लगाई जाएगीं. इसमें 4 लिफ्ट मरीजों के लिए जबकि 1 लिफ्ट डॉक्टर के लिए होगी. वहीं, फ्लोर के लिए स्टेचर ले जाना और सीढ़ियां रहेगी. हर फ्लोर में डॉक्टर के लिए रेस्ट रूम रहेगा.
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