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दवाओं में Adulteration होना चिंताजनक, मिलावट करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी सरकारः शांडिल - स्वास्थ्य मंत्री डॉ धनीराम शांडिल

हिमाचल प्रदेश में लगातार दवाओं के सैंपल फेल होने को लेकर स्वस्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया है. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि प्रदेश में ज्यादा बार दवाओं के सैंपल फेल होने वाली दवा कंपनियों के लाइसेंस रद्द कर दिए जाएंगे और स्वास्थ्य विभाग की फार्मा कंपनियों पर लगातार नजर बनी हुई है.

Health Department Action Against drug sample failure in Himachal Pradesh.
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल
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Published : May 21, 2023, 7:39 AM IST

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल

शिमला: हिमाचल प्रदेश में निर्मित दवाओं के कुछ सैंपल फेल होने पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि हिमाचल में बनने वाली दवाओं में मिलावट का होना अत्यंत चिंताजनक है. हिमाचल के बद्दी में निर्मित दवाओं में मिलावट पाए जाने पर प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने कड़ा संज्ञान लिया है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ऐसे दवा निर्माताओं खिलाफ स्वास्थ्य विभाग कोई सख्ती नहीं बरतेगा और इनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

'ज्यादा बार दवाओं के सैंपल फेल होने वाली दवा कंपनियों के होगें लाइसेंस रद्द': स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि दवा उत्पादन के मामले में देशभर में हिमाचल प्रदेश तीसरे स्थान पर आता है. ऐसी स्थिति में हिमाचल में निर्मित कुछ दवाओं के सैंपल फेल होने और उनमें मिलावट के मामले सामने आना चिंता का विषय है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार दवाओं में गुणवत्ता निर्धारित करने के लिए कड़े कदम उठाएगी. संदिग्ध दवा निर्माताओं पर स्वास्थ्य विभाग, ड्रग कंट्रोलर टीम के माध्यम से कड़ी नजर रख रहा है. जिन दवा निर्माताओं की दवाओं के सैंपल एक से अधिक बार फेल हो चुके हैं, उनके लाइसेंस रद्द कर उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी.

'हिमाचल में दवा जांच नियंत्रण प्रणाली पर विचार': स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग हिमाचल में दवा जांच नियंत्रण प्रणाली के विस्तार पर भी विचार कर रही है. भविष्य में दवाओं की पूर्ण गुणवत्ता की प्रमाणिकता के लिए अत्याधुनिक तकनीक युक्त प्रयोगशाला स्थापित करने पर भी विचार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि लोगों की जिंदगी से खिलड़वाड़ करने वालों को प्रदेश सरकार किसी सूरत पर नहीं बख्शेगी.

हिमाचल की 11 दवाओं के सैंपल फेल: गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में लगातार दवाओं के सैंपल फेल हो रहे हैं. हाल ही में राष्ट्रीय औषधि नियामक और केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने हिमाचल की करीब एक दर्जन कंपनियों में निर्मित 11 दवाओं के सैंपल को घटिया बताया है. एक दवा नकली भी पाई गई. दवाओं के सैंपल फेल होने का हाईकोर्ट ने भी कड़ा संज्ञान लिया है और इस मामले में कोर्ट ने मुख्य सचिव और स्वास्थ्य प्रधान सचिव को नोटिस जारी कर जवाब तलब भी किया है. इसके बाद ही स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया है.

ये भी पढ़ें: बद्दी में स्वास्थ्य मंत्री ने प्रदेश की पहली दवा परीक्षण प्रयोगशाला का किया निरीक्ष

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल

शिमला: हिमाचल प्रदेश में निर्मित दवाओं के कुछ सैंपल फेल होने पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि हिमाचल में बनने वाली दवाओं में मिलावट का होना अत्यंत चिंताजनक है. हिमाचल के बद्दी में निर्मित दवाओं में मिलावट पाए जाने पर प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने कड़ा संज्ञान लिया है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ऐसे दवा निर्माताओं खिलाफ स्वास्थ्य विभाग कोई सख्ती नहीं बरतेगा और इनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

'ज्यादा बार दवाओं के सैंपल फेल होने वाली दवा कंपनियों के होगें लाइसेंस रद्द': स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि दवा उत्पादन के मामले में देशभर में हिमाचल प्रदेश तीसरे स्थान पर आता है. ऐसी स्थिति में हिमाचल में निर्मित कुछ दवाओं के सैंपल फेल होने और उनमें मिलावट के मामले सामने आना चिंता का विषय है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार दवाओं में गुणवत्ता निर्धारित करने के लिए कड़े कदम उठाएगी. संदिग्ध दवा निर्माताओं पर स्वास्थ्य विभाग, ड्रग कंट्रोलर टीम के माध्यम से कड़ी नजर रख रहा है. जिन दवा निर्माताओं की दवाओं के सैंपल एक से अधिक बार फेल हो चुके हैं, उनके लाइसेंस रद्द कर उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी.

'हिमाचल में दवा जांच नियंत्रण प्रणाली पर विचार': स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग हिमाचल में दवा जांच नियंत्रण प्रणाली के विस्तार पर भी विचार कर रही है. भविष्य में दवाओं की पूर्ण गुणवत्ता की प्रमाणिकता के लिए अत्याधुनिक तकनीक युक्त प्रयोगशाला स्थापित करने पर भी विचार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि लोगों की जिंदगी से खिलड़वाड़ करने वालों को प्रदेश सरकार किसी सूरत पर नहीं बख्शेगी.

हिमाचल की 11 दवाओं के सैंपल फेल: गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में लगातार दवाओं के सैंपल फेल हो रहे हैं. हाल ही में राष्ट्रीय औषधि नियामक और केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने हिमाचल की करीब एक दर्जन कंपनियों में निर्मित 11 दवाओं के सैंपल को घटिया बताया है. एक दवा नकली भी पाई गई. दवाओं के सैंपल फेल होने का हाईकोर्ट ने भी कड़ा संज्ञान लिया है और इस मामले में कोर्ट ने मुख्य सचिव और स्वास्थ्य प्रधान सचिव को नोटिस जारी कर जवाब तलब भी किया है. इसके बाद ही स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया है.

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