शिमला: पहाड़ों की राजधानी शिमला में बहुत जल्द महानगरों की तर्ज पर हाट बाजार बनाया जाएगा. इसको लेकर जगह का चयन किया जाएगा. ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने “वाटरशेड विकास के तहत सर्वोत्तम प्रथाएं” विषय पर सम्मेलन के समापन समारोह में यह बात गुरुवार को कही. उन्होंने कहा कि हाट बाजार में स्वयं सहायता समूह अपने उत्पाद बेच सकेंगे और ऐसी व्यवस्था प्रदेश के हर शहर में की जाएगी.
450 नई नौकरियों का होगा प्रावधान: अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभागों में जल्द 450 नई नौकरियों का प्रावधान किया जाएगा, जिससे की विभाग के कार्यों में तेजी आएगी. इसके अतिरिक्त, मनरेगा में कामगारों की ऑनलाइन हाजिरी का प्रावधान किया जाएगा. अनिरुद्ध सिंह ने स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार उत्पादों की पैकेजिंग में आने वाली समस्याओं पर भी चर्चा की.
26 ब्लॉक में महिलाओं को दिया जाएगा प्रशिक्षण: उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की विभिन्न पंचायतों की संस्कृति एवं भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए प्रदेश के 26 ब्लॉक में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा. इन महिलाओं को सस्ते दामों पर पैकेजिंग सामग्री उपलब्ध करवाई जाएगी. इसके अतिरिक्त, उन्हें अपने उत्पादों के लिए फूड लाइसेंस लेने पर और उनकी ऑनलाइन मार्केटिंग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा.
पारंपरिक जल स्रोतों के सरंक्षण पर जोर: वहीं, उन्होंने जल संरक्षण की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि पारंपरिक जल स्रोतों का संरक्षण किया जाना चाहिए और निर्माण कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए. इस दौरान महिला प्रतिभागियों को न्यूट्री किट भी वितरित किए गए. इस अवसर पर पद्मश्री सम्मानित श्याम सुंदर पालीवाल, मुख्य संसदीय सचिव किशोरी लाल ने भी उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित किया. इस कार्यक्रम में प्रधान सलाहकार टी एंड एफए, निशा सिंह, संयुक्त निदेशक ग्रामीण विकास डॉ. भावना सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे.
ये भी पढ़ें : पेंशनर्स की वित्तीय अदायगी जल्द जारी करेगी सरकार, CM के समक्ष रखेंगे बात: अनिरुद्ध सिंह