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20 से कम छात्रों वाले स्कूलों को खोलने की तैयारी शुरू, विभाग शिक्षा मंत्री को सौंपेगा रिपोर्ट

लॉकडाउन 4.0 में हिमाचल सरकार 20 से कम छात्रों की संख्या वाले स्कूलों को खोलने की तैयारी कर रही है. इसे लेकर प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार को भी रिपोर्ट भेजी है. साथ ही शिक्षा विभाग हिमाचल प्रदेश जल्द ही शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज को रिपोर्ट सौंपेगा.

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Published : May 25, 2020, 11:45 PM IST

Education Department Himachal Pradesh
शिक्षा विभाग हिमाचल प्रदेश

शिमलाः हिमाचल प्रदेश में लॉकडाउन 4.0 में सरकारी स्कूलों को खोलने की तैयारी शुरू कर दी गई है. यह तैयारी शिक्षा विभाग के एग्जिट प्लान के तहत ही की जा रही है और सबसे पहले प्रदेश के उन स्कूलों को खोला जाएगा, जहां छात्रों की संख्या 20 से कम है.

शिक्षा विभाग प्रदेश में में इस तरह के स्कूलों की रिपोर्ट तैयार कर रहा है. यह रिपोर्ट जल्दी शिक्षा मंत्री को सौंपी जाएगी. रिपोर्ट शिक्षा मंत्री को सौंपने के बाद स्कूलों को खोलने का फैसला लिया जाएगा. शिक्षा विभाग की ओर से जो प्लान सरकार को सौंपा गया था और सरकार ने उस प्लान को केंद्र सरकार को सौंपा है, उसमें यह योजना बनाई गई थी कि सबसे पहले स्कूलों को खोला जाएगा जिनमें छात्रों की संख्या का आंकड़ा कम है.

वहीं, स्कूलों को खोलने से पहले यह भी देखा जाएगा कि वहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किस तरह से किया जाए. हालांकि इसके लिए भी शिक्षा विभाग की ओर से तैयार किए गए प्लान में प्रावधान किया गया है.

इस प्रावधान के तहत जहां इवनिंग और मॉर्निंग शिफ्ट में छात्रों की कक्षाएं लगाने का प्लान बनाया गया है. तो वहीं ऑड-इवन रोल नंबर के माध्यम से भी छात्रों को स्कूल बुलाने की योजना तैयार की गई है. जिससे कि ज्यादा छात्र कक्षाओं में एकत्र ना हो और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी किया जा सके.अब इसी आधार पर जब स्कूलों को खोला जाएगा तो छात्रों की कक्षाएं लगाई जाएंगी.

हालांकि अभी यह तय नहीं किया गया है कि इन स्कूलों को कब खोला जाएगा, लेकिन केंद्र के निर्देश आने से पहले ही सरकार अपना पूरा प्लान तैयार रखना चाहती है. हिमाचल प्रदेश में सबसे पहले छठी कक्षा से लेकर बारहवीं कक्षा तक के छात्रों को स्कूल भेजने की तैयारी है. इससे पहले कक्षाओं के छात्रों को शायद स्कूल ना बुलाया जाए.

वहीं, प्रदेश में अगर 20 कम छात्रों की संख्या वाले स्कूलों की बात की जाए तो यह स्कूल प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों में है और इनका आंकड़ा 5500 के करीब है. ऐसे में अगर स्कूल खोले जाते हैं, तो सबसे पहले यह स्कूल प्रदेश में खुलेंगे और यहां छात्रों की कक्षाएं शुरू की जाएंगे.

बता दें कि कोरोना की वजह से प्रदेश के स्कूल बीते दो से ढाई माह से बंद हैं. बहुत लंबा समय स्कूलों को बंद किए हुए बीत गया है और ऐसे में छात्रों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है. हालांकि ऑनलाइन पढ़ाई तो छात्र कर रहे हैं, लेकिन यह स्कूलों में कक्षाओं में शिक्षक के पढ़ाने की तरह नहीं है. ऐसे में अब छात्रों की पढ़ाई ज्यादा प्रभावित ना हो इसके लिए स्कूलों को खोलने की तैयारी सरकार की ओर से की जा रही है.

पढ़ेंः कांगड़ा में 7 महीने का मासूम और मां कोरोना पॉजिटिव, दिल्ली से लौटे थे वापिस

शिमलाः हिमाचल प्रदेश में लॉकडाउन 4.0 में सरकारी स्कूलों को खोलने की तैयारी शुरू कर दी गई है. यह तैयारी शिक्षा विभाग के एग्जिट प्लान के तहत ही की जा रही है और सबसे पहले प्रदेश के उन स्कूलों को खोला जाएगा, जहां छात्रों की संख्या 20 से कम है.

शिक्षा विभाग प्रदेश में में इस तरह के स्कूलों की रिपोर्ट तैयार कर रहा है. यह रिपोर्ट जल्दी शिक्षा मंत्री को सौंपी जाएगी. रिपोर्ट शिक्षा मंत्री को सौंपने के बाद स्कूलों को खोलने का फैसला लिया जाएगा. शिक्षा विभाग की ओर से जो प्लान सरकार को सौंपा गया था और सरकार ने उस प्लान को केंद्र सरकार को सौंपा है, उसमें यह योजना बनाई गई थी कि सबसे पहले स्कूलों को खोला जाएगा जिनमें छात्रों की संख्या का आंकड़ा कम है.

वहीं, स्कूलों को खोलने से पहले यह भी देखा जाएगा कि वहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किस तरह से किया जाए. हालांकि इसके लिए भी शिक्षा विभाग की ओर से तैयार किए गए प्लान में प्रावधान किया गया है.

इस प्रावधान के तहत जहां इवनिंग और मॉर्निंग शिफ्ट में छात्रों की कक्षाएं लगाने का प्लान बनाया गया है. तो वहीं ऑड-इवन रोल नंबर के माध्यम से भी छात्रों को स्कूल बुलाने की योजना तैयार की गई है. जिससे कि ज्यादा छात्र कक्षाओं में एकत्र ना हो और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी किया जा सके.अब इसी आधार पर जब स्कूलों को खोला जाएगा तो छात्रों की कक्षाएं लगाई जाएंगी.

हालांकि अभी यह तय नहीं किया गया है कि इन स्कूलों को कब खोला जाएगा, लेकिन केंद्र के निर्देश आने से पहले ही सरकार अपना पूरा प्लान तैयार रखना चाहती है. हिमाचल प्रदेश में सबसे पहले छठी कक्षा से लेकर बारहवीं कक्षा तक के छात्रों को स्कूल भेजने की तैयारी है. इससे पहले कक्षाओं के छात्रों को शायद स्कूल ना बुलाया जाए.

वहीं, प्रदेश में अगर 20 कम छात्रों की संख्या वाले स्कूलों की बात की जाए तो यह स्कूल प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों में है और इनका आंकड़ा 5500 के करीब है. ऐसे में अगर स्कूल खोले जाते हैं, तो सबसे पहले यह स्कूल प्रदेश में खुलेंगे और यहां छात्रों की कक्षाएं शुरू की जाएंगे.

बता दें कि कोरोना की वजह से प्रदेश के स्कूल बीते दो से ढाई माह से बंद हैं. बहुत लंबा समय स्कूलों को बंद किए हुए बीत गया है और ऐसे में छात्रों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है. हालांकि ऑनलाइन पढ़ाई तो छात्र कर रहे हैं, लेकिन यह स्कूलों में कक्षाओं में शिक्षक के पढ़ाने की तरह नहीं है. ऐसे में अब छात्रों की पढ़ाई ज्यादा प्रभावित ना हो इसके लिए स्कूलों को खोलने की तैयारी सरकार की ओर से की जा रही है.

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