शिमला: प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में डेंगू के चार मामले सामने आए हैं. डॉक्टरों ने सभी मरीज का उपचार करना शुरू कर दिया है. स्वास्थ्य विभाग ने स्थानीय निकायों से अपील की है कि किसी भी स्थान पर पानी जमा न होने दें. पिछले चार-पांच दिनों से हो रही बारिश के कारण कई जगहों पर पानी ठहरा हुआ है. डेंगू का मच्छर ठहरे हुए पानी में ही पनपता है.
शहर में स्क्रब टायफस का कहर खत्म होने से पहले ही डेंगू ने भी पांव पसारने शुरू कर दिए हैं. डेंगू के मरीज सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. डॉक्टरों ने लोगों इस बीमारी से सवाधान रहने की अपील की है. डाक्टरों का कहना है कि डेंगू का समय पर उपचार न होने से यह रोग जानलेवा हो सकता है. वहीं, डेंगू से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पहले ही अलर्ट पर है.
डेंगू पर रोक लगाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं. विभाग ने कहा है कि लोग खिड़कियों के शीशे बंद रखे, मच्छरों से बचने के लिए क्रीम का प्रयोग करे, पूरी बाजू के कपड़े पहने, आस-पास पानी जमा न होने दें. साथ ही विभाग ने मच्छरदानी का प्रयोग करने, कूलरों को साफ रखने, जल भंडारणों की नियमित सफाई और पानी के बर्तनों को खुला न रखने की हिदायत भी दी है.
गौरतलब है कि डेंगू दुनिया भर में पाया जाने वाला एक खतरनाक रोग है. ये बीमारी मादा एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है.