शिमला: राजधानी शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में जिला स्तरीय डाक टिकट प्रदर्शनी में महात्मा गांधी पर आधारित डाक टिकटों को प्रदर्शित किया गया. डाक टिकट प्रदर्शनी में युवा फिलेटलिस्ट ही भाग ले रहे हैं, जिसमें युवा वर्ग 12 से 16 साल के 6 प्रतिभागी, 17 और 25 आयु वर्ग में 4 प्रतिभागी शामिल हैं.
प्रदर्शनी का शुभारंभ निदेशक डाक सेवाएं दिनेश कुमार मिस्त्री ने किया. निदेशक डाक सेवाएं ने प्रदर्शनी में लगाए गए डाक टिकटों को देखा और सभी की डाक टिकट संग्रहनकर्ताओं की कलेक्शन को भी सराहा. इस आयोजन के साथ ही महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य पर ही एक विशेष आवरण भी जारी किया गया.
यह आवरण शिमला में महात्मा गांधी की पंसदीदा आरामगाह ज्योर्जिया मेंशन समरहिल पर आधारित रहा. इस भवन की पहचान राजकुमारी अमृत कौर भवन से भी है जो कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय परिसर शिमला में स्थित है. बता दें कि इस भवन को जॉर्जिया मेंशन का नाम इस लिए भी दिया गया है कि यह भवन जॉर्जियाइब वास्तु शैली में निर्मित किया गया है.
ऐतिहासिक भवन महाराजा कपूरथला की पुत्री राजकुमारी अमृत कौर का है. यह भवन गांधी जी का ग्रीष्मकालीन निवास स्थान बन गया और अब वर्तमान समय में इस भवन को राजकुमारी अमृत कौर ने आधिकारिक तौर पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान नई दिल्ली को सौंप दिया है, जो इसका इस्तेमाल अतिथिगृह के रूप में कर रहे हैं.
प्रदर्शनी में फ्लेटलिस्ट ने अपने दुर्लभ डाक टिकट लगाए है. इस डाक प्रदर्शनी में माई स्टैंप काउंटर भी लगाया गया जिसमें लोग अपनी फोटो के साथ माई स्टैंप बना सकते हैं. प्रदर्शनी में महात्मा गांधी की भारत में रिलीज की गई डाक टिकटों के साथ ही विदेशों में रिलीज की गई डाक टिकटों की कलेक्शन भी लगाई गई है. दो दिन की इस प्रदर्शनी में शिमला शहर के स्कूली बच्चे भी भाग लेंगे और डाक टिकटों के बारे में जानकारी हासिल करेंगे.
डाक सेवाएं निदेशक दिनेश कुमार मिस्त्री ने कहा कि इस प्रदर्शनी में कई डाक टिकट लगाए गए है और विशेष कवर भी जारी किया गया है. उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चें इस प्रदर्शनी को विजिट करेंगे जिससे उन्हें भी डाक टिकटों की जानकारी मिलेगी.