शिमला: फल राज्य हिमाचल प्रदेश में अगले सेब सीजन से पैकिंग के लिए टेलीस्कोपिक कार्टन का प्रयोग नहीं होगा. सरकार बागवानों और अन्य स्टेक होल्डर्स से चर्चा के बाद ऐसा इंतजाम करने जा रही है, जिससे अगले सेब सीजन तक पैकिंग के लिए यूनिवर्सल कार्टन का प्रयोग होगा. इससे बागवानों से हो रही लूट पर लगाम लगेगी.
बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने ईटीवी से बातचीत के दौरान बताया कि टेलीस्कोपिक कार्टन में सेब पैकिंग से बागवान ठगे जाते थे. जिस पेटी में 20 किलो सेब आना चाहिए, उसमें 28 से 34 किलो सेब भरा जाता था. इससे बागवानों को अधिकतम 14 किलो सेब की कीमत का नुकसान होता था. यूनिवर्सल कार्टन में सिर्फ और सिर्फ 20 किलो पैकिंग की ही व्यवस्था है. यूनिवर्सल कार्टन से न तो 20 किलो से कम और न ही इससे अधिक पैकिंग होगी.
बागवानी मंत्री ने बताया कि अगले सेब सीजन से पहले सरकार बागवानों, कार्टन निर्माताओं व अन्य स्टेक होल्डर्स से चर्चा कर ये सुनिश्चित करने का प्रयास करेगी कि सेब की पैकिंग यूनिवर्सल कार्टन में ही हो. इसके अलावा मंत्री ने ये भी कहा कि सब-ट्रॉपिकल रीजन में पैदा किए जाने वाले फलों को लेकर सरकार ने करोड़ों रुपए की योजनाओं के लिए फंडिंग जुटाई है. एचपी शिवा योजना से सब-ट्रॅपिकल फलों वाले इलाकों का कायाकल्प होगा.
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