शिमलाः हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों का भविष्य जून में तय हो सकता है. सीबीएसई के अंतिम फैसले के बाद प्रदेश सरकार परीक्षाओं को लेकर निर्णय ले सकती है. राज्य शिक्षा विभाग विद्यार्थियों को प्रमोट करने और परीक्षा करवाने वाले दोनों विकल्प के लिए तैयार है.
सोमवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के साथ शिक्षा सचिवों की बैठक हुई. बैठक के दौरान शिक्षा मंत्रालय ने कोरोना काल में बदली शिक्षा प्रणाली को लेकर प्रस्तुति भी दी.
केंद्रीय शिक्षा मंत्री को दी जानकरी
राज्य शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को बताया कि 12वीं कक्षा का एक पेपर हो चुका है. केंद्र सरकार आगामी दिनों में 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को लेकर जो भी फैसला लेगी, उसका पालन किया जाएगा. हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड बच्चों को प्रमोट करने और परीक्षा लेने संबंधी दोनों विकल्प को लेकर तैयार है.
दोनों विकल्प के लिए तैयार शिक्षा बोर्ड
हिमाचल प्रदेश में 12वीं कक्षा के छात्रों को प्रमोट करना पड़ा तो प्री-बोर्ड परीक्षा और फर्स्ट व सेकंड टर्म की परीक्षाओं के अंकों के आधार पर मूल्यांकन होगा. इसके अलावा अगर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से परीक्षाएं कराने को लेकर निर्णय लिया जाता है, तो हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड उसके लिए भी तैयार है.
हिमाचल के सरकारी स्कूल में नया शैक्षणिक सत्र आज से
हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूल में शैक्षणिक सत्र आज से शुरू हो गया है. पहली से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को नया सिलेबस पढ़ाया जाएगा. हर घर पाठशाला भाग-2 के तहत विद्यार्थियों को पढ़ाई करवाई जा रही है. ऑनलाइन शिक्षा पर निगरानी रखने के लिए शिक्षा बोर्ड की ओर से विशेष कमेटी का भी गठन किया गया है.
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