शिमला: विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने बताया कि सत्र में जनहित के महत्वपूर्ण विषयों पर प्रश्नों व अन्य सूचनाओं के माध्यम से चर्चा हुई व सुझावों के दूरगामी परिणाम होंगे. सत्र के दौरान सभी सदस्यों ने विभिन्न चर्चाओं के माध्यम से प्रदेश हित के विषयों पर बहुमूल्य सुझाव दिए.
सत्र के दौरान कुल 527 तारांकित और 236 अतारांकित प्रश्नों की सूचनाओं पर सरकार द्वारा उत्तर उपलब्ध करवाए गए. नियम-61 के अन्तर्गत 11 विषयों, नियम - 62 के अन्तर्गत 12 विषयों, नियम-130 के अन्तर्गत 7 प्रस्तावों पर चर्चा हुई, जिनमें सदस्यों ने सार्थक चर्चा की.
10 सरकारी विधेयक पारित
विस अध्यक्ष ने बताया कि अतिरिक्त नियम 101 के अन्तर्गत 4 गैर-सरकारी संकल्प और पिछले सत्र में प्रस्तुत संकल्प पर भी चर्चा की गई. सदस्यों ने अपने बहुमूल्य सुझाव दिये व संकल्प वापिस लिए गए. विधानसभा में 10 सरकारी विधेयक भी पारित हुए. नियम-324 के अन्तर्गत विशेष उल्लेख के माध्यम से नौ विषय सभा में उठाये गये और सरकार द्वारा इस संबंध में वस्तुस्थिति की सूचना सभा व माननीय सदस्यों को दी गई.
सीएम समेत मंत्रिमंडल ने दिये सात वक्तव्य
विधानसभा की समितियों ने भी 61 प्रतिवेदन प्रस्तुत एवं उपस्थापित किए. सत्र के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और मंत्रिमंडल के सदस्यों द्वारा अपने-अपने विभागों से संबंधित सात वक्तव्य दिए गए और दस्तावेज सदन के पटल पर रखे गए.
ऑनलाइन निपटाए गए ज्यादातर काम
बिंदल ने बताया कि विधानसभा में ई-विधान स्थापित होने के बाद विभाग द्वारा प्रश्नों के उत्तरों के 20 सेट उपलब्ध करवाए जाते थे, लेकिन अब यह विभाग से ऑनलाइन ही लिये जाते हैं और इस बार सदस्यों को भी प्रश्न, कार्यसूची, प्रश्नों के उत्तर व सदन की अन्य कार्यवाही भी ऑनलाइन ही उपलब्ध करवाई गई और पहले प्रश्नों के 150 सेट मुद्रित करवाए जाते थे, लेकिन अब 20 सेट विधानसभा में ही मुद्रित करवाए जा रहे हैं. विधानसभा की समितियों का कार्य और अन्य कार्य भी लगभग ऑनलाइन हो गए है.
विपक्ष का किया धन्यवाद
विस अध्यक्ष का कहना है कि सत्र की कार्यवाही सौहार्दपूर्ण वातावरण में चलाने के लिए उन्होंने भरसक प्रयास किया, जिसमें वह काफी हद तक कामयाब भी रहे. बिंदल नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के सहयोग के लिए भी धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि विपक्ष की वजह से वह माननीय सदन की कार्यवाही का सुचारू रूप से संचालन कर पाए.