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रामपुर में जिला स्तरीय सहकारिता सम्मेलन आयोजित, मंत्री सुरेश भारद्वाज ने की शिरकत

हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी संघ द्वारा सोमवार को रामपुर कॉलेज ग्राउंड में जिला स्तरीय सहकारिता सम्मेलन (cooperative conference organized in Rampur) का आयोजन किया गया. सम्मेलन में प्रदेश सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज (Suresh Bhardwaj in rampur) ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की. इस मौके पर जिला के सहकारी संगठनों से जुड़े लोगों ने भी भाग लिया. इस मौके पर स्थानीय सहकारी संस्थाओं द्वारा उत्पादों के भी स्टॉल लगाए गए. जिसका मंत्री द्वारा निरिक्षण किया गया .

cooperative conference organized in Rampur
रामपुर में जिला स्तरीय सहकारिता सम्मेलन का आयोजन.
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Published : Apr 4, 2022, 8:29 PM IST

रामपुर/बुशहर: हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी संघ द्वारा सोमवार को रामपुर कॉलेज ग्राउंड में जिला स्तरीय सहकारिता सम्मेलन (cooperative conference organized in Rampur ) का आयोजन किया गया. सम्मेलन में प्रदेश सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज (Suresh Bhardwaj in rampur) ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की. इस मौके पर जिला के सहकारी संगठनों से जुड़े लोगों ने भी भाग लिया. सम्मेलन में महिलाओं ने भी भारी उत्साह दिखाया. सम्मेलन का उद्देश्य सहकारी आंदोलन को जन-जन तक पहुंचाना और इसका लाभ उठाना है. इस मौके पर स्थानीय सहकारी संस्थाओं द्वारा उत्पादों के भी स्टॉल लगाए गए. जिसका मंत्री द्वारा निरिक्षण किया गया .

इस अवसर पर मंत्री ने कहा सहकारिता के क्षेत्र में हिमाचल पहला राज्य है जहां से सहकारीता की शुरुआत हुई है. हिमाचल में सहकारिता के महत्व को समझने के लिए गांव-गांव तक लोगों को प्रशिक्षित कर ग्रामीण भारत को सशक्त करने का प्रयास किया जा रहा है. जिसके लिए हिमकोफेड सम्मेलनों और प्रशिक्षणों का दौर भी चला रहा है. उन्होंने कहा कि सहकारिता की आत्मा लोकतंत्र है. गांव में लोकतांत्रिक तरिके से मैनेजमेंट कमेटियों का गठन हो और वह उस संस्था को दक्षता से चला सके. इस लिए अपेक्स लेवल से लेकर के प्राथमिक स्तर की सोसाइटियों को बेहतर प्रबंधन और संचालन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

रामपुर में जिला स्तरीय सहकारिता सम्मेलन का आयोजन.

उन्होंने बताया भारत की पहली कोऑपरेटिव सोसायटी (First cooperative society of India) हिमाचल प्रदेश में 1892 में ऊना जिला के पंजावर गांव में रजिस्टर्ड हुई थी. इसलिए हिमाचल प्रदेश सहकारिता के क्षेत्र में पायनियर और महत्वपूर्ण प्रदेश है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय स्तर के सहकारिता से जुड़े लोग रहे हैं और उसी परंपरा को आगे रखने के लिए प्रदेश में सहकारिता को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास हो रहे हैं.

वहीं इस दौरान हिमकोफैड के अध्यक्ष कौल सिंह नेगी (Himcofed President Kaul Singh Negi) ने कहा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुख्य उद्देश्य देश को आत्मनिर्भर बनना है. लेकिन आत्म निर्भर बनना सहकारिता के बिना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का हर क्षेत्र सहकारिता से जुड़े, ऐसे प्रयास करने की आवश्यकता है. ताकि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की आर्थिकी मजबूत हो. उन्होंने कहा कि कोरोना काल भी हमे आत्मनिर्भर होना सिखा गया. पहले कोरोना महामारी से निपटने के लिए सभी सामान विदेशों से लाना पड़ा था. लेकिन आज हमारा देश इतना मजबूत हो गया है कि हर सामान हमारे देश में तैयार हो रहा है.

ये भी पढ़ें: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिले शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर हुई चर्चा

रामपुर/बुशहर: हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी संघ द्वारा सोमवार को रामपुर कॉलेज ग्राउंड में जिला स्तरीय सहकारिता सम्मेलन (cooperative conference organized in Rampur ) का आयोजन किया गया. सम्मेलन में प्रदेश सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज (Suresh Bhardwaj in rampur) ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की. इस मौके पर जिला के सहकारी संगठनों से जुड़े लोगों ने भी भाग लिया. सम्मेलन में महिलाओं ने भी भारी उत्साह दिखाया. सम्मेलन का उद्देश्य सहकारी आंदोलन को जन-जन तक पहुंचाना और इसका लाभ उठाना है. इस मौके पर स्थानीय सहकारी संस्थाओं द्वारा उत्पादों के भी स्टॉल लगाए गए. जिसका मंत्री द्वारा निरिक्षण किया गया .

इस अवसर पर मंत्री ने कहा सहकारिता के क्षेत्र में हिमाचल पहला राज्य है जहां से सहकारीता की शुरुआत हुई है. हिमाचल में सहकारिता के महत्व को समझने के लिए गांव-गांव तक लोगों को प्रशिक्षित कर ग्रामीण भारत को सशक्त करने का प्रयास किया जा रहा है. जिसके लिए हिमकोफेड सम्मेलनों और प्रशिक्षणों का दौर भी चला रहा है. उन्होंने कहा कि सहकारिता की आत्मा लोकतंत्र है. गांव में लोकतांत्रिक तरिके से मैनेजमेंट कमेटियों का गठन हो और वह उस संस्था को दक्षता से चला सके. इस लिए अपेक्स लेवल से लेकर के प्राथमिक स्तर की सोसाइटियों को बेहतर प्रबंधन और संचालन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

रामपुर में जिला स्तरीय सहकारिता सम्मेलन का आयोजन.

उन्होंने बताया भारत की पहली कोऑपरेटिव सोसायटी (First cooperative society of India) हिमाचल प्रदेश में 1892 में ऊना जिला के पंजावर गांव में रजिस्टर्ड हुई थी. इसलिए हिमाचल प्रदेश सहकारिता के क्षेत्र में पायनियर और महत्वपूर्ण प्रदेश है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय स्तर के सहकारिता से जुड़े लोग रहे हैं और उसी परंपरा को आगे रखने के लिए प्रदेश में सहकारिता को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास हो रहे हैं.

वहीं इस दौरान हिमकोफैड के अध्यक्ष कौल सिंह नेगी (Himcofed President Kaul Singh Negi) ने कहा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुख्य उद्देश्य देश को आत्मनिर्भर बनना है. लेकिन आत्म निर्भर बनना सहकारिता के बिना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का हर क्षेत्र सहकारिता से जुड़े, ऐसे प्रयास करने की आवश्यकता है. ताकि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की आर्थिकी मजबूत हो. उन्होंने कहा कि कोरोना काल भी हमे आत्मनिर्भर होना सिखा गया. पहले कोरोना महामारी से निपटने के लिए सभी सामान विदेशों से लाना पड़ा था. लेकिन आज हमारा देश इतना मजबूत हो गया है कि हर सामान हमारे देश में तैयार हो रहा है.

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