शिमला: आर्थिक संकट से जूझ रही सुखविंदर सरकार ने डीजल पर वैट बढ़ा दिया है. सरकार ने डीजल पर ₹3 रुपया वैट बढ़ाया है. इसके साथ ही हिमाचल में डीजल पर वैट ₹7.40 रुपए से बढ़कर ₹10.40 रुपए हो गया है. यह दूसरी दफा है, जब सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने वैट बढ़ाया है. इससे पहले सत्ता संभालते ही सुक्खू सरकार ने 3 रुपए वैट बढ़ाया था. डीजल पर वैट बढ़ाने से हिमाचल में मंहगाई और बढ़ेगी.
प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार ने प्रदेश के लोगों को एक बड़ा झटका दिया है. एक ओर जहां सब्जियों से लेकर अन्य तरह के खाद्य पदार्थों के दाम आसमान छू रहे हैं. वहीं, दूसरी प्रदेश सरकार ने डीजल पर वैट बढ़ा दिया है. इससे हिमाचल में डीजल ₹3 रुपए महंगा हो गया है. सरकार की ओर से शुक्रवार को इस बारे में अधिसूचना भी जारी कर दी गई. सरकार ने सत्ता में आने के बाद दूसरी बार डीजल पर ₹3 रुपए वैट बढ़ाया है.
इस बढ़ोतरी के बाद डीजल पर वैटन ₹7.40 रुपये प्रति लीटर से अब ₹10.40 रुपये प्रति लीटर हो गया है. इससे राज्य में प्रति लीटर डीजल की कीमत मौजूदा ₹86 रुपये से बढ़कर ₹89 रुपये प्रति लीटर हो गई है. बता दें कि सुक्खू सरकार ने दूसरी बार डीजल पर वैट बढ़ाया है. इससे पहले सीएम सुखविंदर सिंह सूक्खू ने सत्ता संभालने के एक माह के भीतर 7 जनवरी को भी डीजल पर वैट 3 रुपए वैट बढ़ाया था.
प्रदेश में दिसंबर 2022 में जब सुक्खू सरकार ने सत्ता संभाली थी, तब यहां डीजल पर वैट ₹4.40 रुपये प्रति लीटर था, जनवरी में इसको ₹3 रुपए बढाकर ₹7.40 रुपए किया गया. वहीं अब ₹3 रुपए और वैट इस पर बढ़ाया गया और यह अब बढ़कर ₹10.40 रुपये प्रति लीटर हो गया है.
हिमाचल की पूर्व जयराम सरकार ने नवंबर 2021 में पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले वैट पर क्रमशः 7.5 फीसदी और 8 फीसदी की कटौती की थी. वैट कम होने से तब प्रदेश में पेट्रोल ₹12 और डीजल ₹17 रुपये प्रति लीटर सस्ता हुआ था, लेकिन सुक्खू सरकार ने सत्ता संभालने के बाद दो बार कुल ₹6 रुपए का वैट बढ़ा दिया है. सरकार के इस फैसले से डीजल के रेट में बढ़ोतरी हुई है.
प्रदेश की आर्थिक स्थिति बदहाल है. वहीं, ऊपर से प्रदेश में भारी बारिश ने आपदा पैदा कर दी है. इससे प्रदेश के आर्थिक खजाने पर और बोझ बढ़ेगा. ऐसे में सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने आय जुटाने के लिए डीजल पर वैट लगाने का फैसला लिया है. सरकार के इस फैसले से माल भाड़ा बढ़ेगा. जिससे पहले से मंहगाई से त्रस्त जनता पर और मंहगाई की मार पड़ेगी.
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