शिमलाः शहर में डायरिया ने दस्तक दे दी है. ऐसे में लोगों को इस बीमारी से बचने के लिए सावधानी बरतनी होगी. इन दिनों शहर के क्षेत्रीय अस्पताल डीडीयू और आईजीएमसी की अगर बात की जाए तो रोजाना डायरिया के 7 से 8 मामले पहुंच रहे हैं.
बीमारियां में हो रहा ईजाफा
बदलते मौसम से बुखार, उल्टी व दस्त के मरीजों में दिन प्रतिदिन ईजाफा हो रहा है. वहीं दूषित खान-पान से भी जुखाम खांसी, सिर दर्द जैसी बीमारियां हो रही हैं. युवा, बुजुर्ग सहित छोटे बच्चे इसकी चपेट में आ रहे हैं. इन दिनों अस्पतालों के ओपीडी में मरीज अपना उपचार करवा रहे हैं. यह मरीज शहर के विभिन्न जगहों से आ रहे हैं.
बीमारियों को बुलावा देती है असावधानी
चिकित्सकों का कहना है कि बदलते मौसम व खान-पान में असावधानी बीमारियों को बुलावा देती हैं. अस्पताल आने पर सभी मरीजों के टेस्ट करवाए जा रहे हैं. डायरिया की चपेट में आए लोग सरकारी अस्पताल ही नहीं, बल्कि निजी अस्पतालों में भी जा रहे हैं.
बीमारियों से स्वयं रहें सावधानी
चिकित्सकों का कहना है कि लोगों को डायरिया जैसी बीमारियों से स्वयं सावधानी बरतनी होगी. इससे बचने के लिए लोगों को यह ध्यान रखना होगा कि सुबह टहलने के लिए निकले, चटक धूप में कम निकलें, साफ सफाई का विशेष ध्याान रखें, गंदे पानी का सेवन न करें, ज्यादा ठंडा पानी पीने से बचें, बासा भोजन न कर ताजा भोजन करें, पानी उबाल कर पीएं, घर के आस-पास जलभराव न होने दें और शरीर में भारीपन आते ही डॉक्टर को दिखाएं.
सीएमओ शिमला ने की अपील
सीएमओ शिमला डॉ. सुरेखा चौपड़ा ने बताया कि अस्पताल में इन दिनों उल्टी, बुखार व दस्त के ज्यादा मामले नहीं आ रहे हैं. फिर भी घर पर अगर किसी लोगों को उल्टी, दस्त व बुखार आए तो वे अस्पताल में आकर जरूर दिखांए. पानी को उबालकर ही पीए. दस्त के मरीज को ओआरएस का घोल जरूर पीलांए. बाहर के खाने से बचें. हमने नगर निगम से पानी की रिपोर्ट भी मांगी है.
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