शिलाई: ख्श-कनैत समिति खण्ड शिलाई ने गिरिपार क्षेत्र की प्रमुख जाति ख्श-कनैत को राजस्व रिकॉर्ड में पुनः दर्ज करने का आग्रह किया है. अपनी मांग को लेकर समिति ने एक मांग पत्र भी तहसीलदार को सौंपा है.
समिति पदाधिकारियो का कहना है कि राजस्व रिकॉर्ड 1955 में ख्श-कनैत का नाम गलत ढंग से राजपूत दर्ज किया गया है. बंदोबस्त रिकॉर्ड व सिरमौर रियासत के प्रथम गजेटियर वर्ष 1934 के अनुसार गिरिपार क्षेत्र में रहने वाली प्रथम जाति ख्श-कनैत दर्ज है, जिसकी जगह वर्तमान में राजपूत नाम गलत दर्ज किया गया है.
सिरमौर उपायुक्त ने साल 1996 में हाटी समुदाय की ओर से जिला की सभी तहसीलों से जातीय रिकॉर्ड मंगवाया था, जिसमे सभी तहसीलों की रिपोर्ट में ख्श-कनैत जाति की रिपोर्ट मिली थी. उसके बाद जिला प्रशासन ने जातिगत आंकड़ों की रिपोर्ट आयुक्त एवं सचिव जनजातीय विभाग को भेजी है, जिसमे ख्श-कनैत जाति का उल्लेख किया गया है.
समिति के अध्यक्ष रमेश नेगी ग्यार सिंह नेगी के आर ठाकुर, यशवंत नेगी, मोहन राणा ने बताया कि तहसीलदार निशा आजाद ने उनकी मांग पर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. जिला प्रशासन ने जातिगत आंकड़ों की रिपोर्ट आयुक्त एवं सचिव जनजातीय विभाग को भेजी है, जिसमे ख्श-कनैत जाति का उल्लेख किया गया है.