रामपुर: कोरोना संकट के बीच हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग में कथित घोटाले पर राजनीति तेज हो गई है. रविवार को सीपीएम रामपुर कार्यालय में लोकल कमेटी की एक बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सीपीएम 9 जून को रामपुर, ननखड़ी, निरमंड व कुमारसैन में कोविड-19 के संकट इस घड़ी में भी स्वास्थ्य विभाग में खरीद में हुए घोटाले पर अपना विरोध दर्ज करेगी. इस बैठक में सीपीएम के जिला सचिव संजय चौहान विशेष तौर पर उपस्थित रहे.
संजय चौहान ने देश व दुनिया मे चल रही कोरोना महामारी से पैदा हुई स्थिति के कारण आर्थिक संकट पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि दुनिया के विकसित देशों में भी कोरोना महामारी से संकट की स्थिति आ गई है और भारत में हिमाचल सहित पूरे देश की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है. ऐसी स्थिति में प्रदेश में सत्तासीन बीजेपी के पदाधिकारी का नाम पीपीई किट घोटाले में आ रहा है और सरकार उन पर कठोर कार्रवाई न करके, उन्हें क्लीन चिट देने में लगी हुई है.
संजय चौहान ने कहा कि बैठक में निर्णय लिया गया कि स्वास्थ्य घोटाले की जांच को लेकर सीपीएम 9 जून को रामपुर, कुमारसैन, निरमंड व ननखड़ी में उपमंडलाधिकारी नागरिक व तहसीलदार के माध्यम से हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल को ज्ञापन भेजेगी. इससे पहले सीपीएम रामपुर व ननखड़ी क्षेत्र में पार्टी सदस्यों की बैठक कर अन्य स्थानीय समस्याओं को उठाने की तैयारी करेगी.
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