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Covid Cases in Himachal : सैंपल कम तो केस कम, फिर भी 7 दिन में 1936 मामले, 2 की मौत

हिमाचल में कोरोना के बढ़ते मामले खतरे की घंटी बजा रहे हैं. अप्रैल के पहले हफ्ते में कोरोना की रफ्तार डरा रही है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर सावधानी ना बरती गई तो आने वाले दिनों में ये रफ्तार और भी डराने वाली होगी. हिमाचल में क्या है कोरोना के आंकड़ों का हाल, पढ़ें पूरी ख़बर

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Published : Apr 8, 2023, 4:46 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से रोजाना कोरोना के 300 से ज्यादा केस सामने आ रहे थे. लेकिन शुक्रवार के कोरोना बुलेटिन के मुताबिक प्रदेशभर में सिर्फ 108 नए मामले सामने आए हैं. दरअसल ऐसा नहीं है कि प्रदेश में अचानक कोरोना के मामले कम हो रहे हैं. ऐसा हुआ कम सैंपलिंग की वजह से हुआ है.

कम सैंपलिंग तो कम केस- दरअसल शुक्रवार को गुड फ्राइडे की छुट्टी होने की वजह से कम सैंपलिंग हुई. बीते कुछ दिनों से औसतन 5 हजार सैंपल रोजाना लिए जा रहे थे. जबकि शुक्रवार को 1896 सैंपल लिए गए, जो दिखाता है कि 7 अप्रैल को अन्य दिनों के मुकाबले कम टेस्ट हुए हैं. जिसका रिजल्ट कोरोना के नए मामलों में भी दिखा है. शुक्रवार को 108 कोरोना के नए मरीज डिटेक्ट हुए हैं.

दरअसल जिस दिन कम सैंपल लिए जा रहे हैं उस दिन कोरोना के नए मामले कम सामने आ रहे हैं. रविवार 2 अप्रैल को भी सिर्फ 1383 सैंपल लिए गए, नतीजा रविवार को सिर्फ 94 केस ही सामने आए हैं. प्रदेश में बढ़ते मामलों के साथ स्वास्थ्य विभाग ने टेस्टिंग बढ़ाई है लेकिन छुट्टी के दिन कम टेस्टिंग होने से पॉजिटिव केस भी कम आ रहे हैं.

अप्रैल के 7 दिन में करीब 2000 नए मामले- 2 और 7 अप्रैल को कम टेस्टिंग की बदौलत कोरोना के कम मामले सामने आए. इसके बावजूद अप्रैल के पहल हफ्ते में ही 1936 केस सामने आ चुके हैं. 2 और 7 अप्रैल को छोड़कर रोजाना 300 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. जो प्रदेश में एक बार फिर खतरे की घंटी बजा रहे हैं. प्रदेश में शुक्रवार शाम तक 1739 एक्टिव केस हो चुके हैं. जबकि फरवरी की शुरुआत में हिमाचल कोरोना मुक्त हो चुका था.

हिमाचल में अप्रैल के पहले हफ्ते में कोरोना के मामले
हिमाचल में अप्रैल के पहले हफ्ते में कोरोना के मामले

लगातार बढ़ रहा है पॉजिटिविटी रेट- टेस्टिंग कम होने पर आंकड़े कम जरूर आ रहे हैं लेकिन पॉजिटिविटि रेट 5 फीसदी से ऊपर बना हुआ है. जिस दिन नए केस 300 से अधिक आ रहे हैं उस दिन पॉजिटिविटी रेट 7 फीसदी के अधिक भी पहुंच रहा है. यानी अगर 100 लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं तो 7 लोग पॉजिटिव पाए जा रहे हैं. मौजूदा साल में हिमाचल में ये सबसे अधिक पॉजिटिविटि रेट है.

हिमाचल टॉप-5 राज्यों में शामिल- अप्रैल महीने की शुरुआत में देशभर में रोजाना 3 हजार नए केस सामने आ रहे थे, 6 अप्रैल को ये आंकड़ा 6 हजार के पार पहुंच गया. जिन 5 राज्यों में सबसे ज्यादा नए केस आ रहे हैं उनमें केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश भी शामिल है. जिस हिसाब से अप्रैल महीने में नए केस सामने आ रहे हैं प्रदेश में रोजाना 5% से ज्यादा नए केस हिमाचल से मिल रहे हैं जो बताता है कि प्रदेश में कोरोना के मामलों की रफ्तार कितनी तेजी से बढ़ी है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने शुक्रवार को राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक की और कोरोना के मामलों की जानकारी लेने के साथ-साथ राज्य सरकारों की तैयारी पर भी चर्चा की. राज्यों को टेस्टिंग बढ़ाने के साथ-साथ आने वाले दिनों के लिए तैयार रहने को कहा गया है. हिमाचल के स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल का कहना है कि हिमाचल का हेल्थ सेक्टर किसी भी स्थिति के लिए तैयार है. उन्होंने माना कि अभी चिंता की बात भले ना हो लेकिन मास्क पहनने से लेकर भीड़ भाड़ वाले इलाकों में बेवजह ना जाएं. स्वास्थ्य मंत्री ने केंद्र सरकार से कोविड-19 वैक्सीन की भी मांग की है ताकि राज्य में लोगों को बूस्टर डोज़ दी जा सके.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में कोरोना से 2 दिनों में 2 की मौत, नेरचौक मेडिकल कॉलेज में चल रहा था युवती और बुजुर्ग का इलाज

शिमला: हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से रोजाना कोरोना के 300 से ज्यादा केस सामने आ रहे थे. लेकिन शुक्रवार के कोरोना बुलेटिन के मुताबिक प्रदेशभर में सिर्फ 108 नए मामले सामने आए हैं. दरअसल ऐसा नहीं है कि प्रदेश में अचानक कोरोना के मामले कम हो रहे हैं. ऐसा हुआ कम सैंपलिंग की वजह से हुआ है.

कम सैंपलिंग तो कम केस- दरअसल शुक्रवार को गुड फ्राइडे की छुट्टी होने की वजह से कम सैंपलिंग हुई. बीते कुछ दिनों से औसतन 5 हजार सैंपल रोजाना लिए जा रहे थे. जबकि शुक्रवार को 1896 सैंपल लिए गए, जो दिखाता है कि 7 अप्रैल को अन्य दिनों के मुकाबले कम टेस्ट हुए हैं. जिसका रिजल्ट कोरोना के नए मामलों में भी दिखा है. शुक्रवार को 108 कोरोना के नए मरीज डिटेक्ट हुए हैं.

दरअसल जिस दिन कम सैंपल लिए जा रहे हैं उस दिन कोरोना के नए मामले कम सामने आ रहे हैं. रविवार 2 अप्रैल को भी सिर्फ 1383 सैंपल लिए गए, नतीजा रविवार को सिर्फ 94 केस ही सामने आए हैं. प्रदेश में बढ़ते मामलों के साथ स्वास्थ्य विभाग ने टेस्टिंग बढ़ाई है लेकिन छुट्टी के दिन कम टेस्टिंग होने से पॉजिटिव केस भी कम आ रहे हैं.

अप्रैल के 7 दिन में करीब 2000 नए मामले- 2 और 7 अप्रैल को कम टेस्टिंग की बदौलत कोरोना के कम मामले सामने आए. इसके बावजूद अप्रैल के पहल हफ्ते में ही 1936 केस सामने आ चुके हैं. 2 और 7 अप्रैल को छोड़कर रोजाना 300 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. जो प्रदेश में एक बार फिर खतरे की घंटी बजा रहे हैं. प्रदेश में शुक्रवार शाम तक 1739 एक्टिव केस हो चुके हैं. जबकि फरवरी की शुरुआत में हिमाचल कोरोना मुक्त हो चुका था.

हिमाचल में अप्रैल के पहले हफ्ते में कोरोना के मामले
हिमाचल में अप्रैल के पहले हफ्ते में कोरोना के मामले

लगातार बढ़ रहा है पॉजिटिविटी रेट- टेस्टिंग कम होने पर आंकड़े कम जरूर आ रहे हैं लेकिन पॉजिटिविटि रेट 5 फीसदी से ऊपर बना हुआ है. जिस दिन नए केस 300 से अधिक आ रहे हैं उस दिन पॉजिटिविटी रेट 7 फीसदी के अधिक भी पहुंच रहा है. यानी अगर 100 लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं तो 7 लोग पॉजिटिव पाए जा रहे हैं. मौजूदा साल में हिमाचल में ये सबसे अधिक पॉजिटिविटि रेट है.

हिमाचल टॉप-5 राज्यों में शामिल- अप्रैल महीने की शुरुआत में देशभर में रोजाना 3 हजार नए केस सामने आ रहे थे, 6 अप्रैल को ये आंकड़ा 6 हजार के पार पहुंच गया. जिन 5 राज्यों में सबसे ज्यादा नए केस आ रहे हैं उनमें केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश भी शामिल है. जिस हिसाब से अप्रैल महीने में नए केस सामने आ रहे हैं प्रदेश में रोजाना 5% से ज्यादा नए केस हिमाचल से मिल रहे हैं जो बताता है कि प्रदेश में कोरोना के मामलों की रफ्तार कितनी तेजी से बढ़ी है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने शुक्रवार को राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक की और कोरोना के मामलों की जानकारी लेने के साथ-साथ राज्य सरकारों की तैयारी पर भी चर्चा की. राज्यों को टेस्टिंग बढ़ाने के साथ-साथ आने वाले दिनों के लिए तैयार रहने को कहा गया है. हिमाचल के स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल का कहना है कि हिमाचल का हेल्थ सेक्टर किसी भी स्थिति के लिए तैयार है. उन्होंने माना कि अभी चिंता की बात भले ना हो लेकिन मास्क पहनने से लेकर भीड़ भाड़ वाले इलाकों में बेवजह ना जाएं. स्वास्थ्य मंत्री ने केंद्र सरकार से कोविड-19 वैक्सीन की भी मांग की है ताकि राज्य में लोगों को बूस्टर डोज़ दी जा सके.

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