शिमला: हिमाचल में विधानसभा चुनाव की मतगणना के (Himachal assembly election 2022) लिए 68 केंद्र बनाए जाएंगे. ये केंद्र उन स्ट्रॉग रूम के साथ ही बनेंगे, जहां ईवीएम रखी गईं हैं. हिमाचल प्रदेश के 7884 मतदान केंद्रों में हुए मतदान के बाद सभी ईवीएम और वीवीपैट मशीन स्ट्रांग रूमों में रख दी गई हैं. सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में इन मशीनों के लिए स्ट्रांग रूम बनाए गए हैं. जहां इनकी कड़ी निगरानी की जा रही है. 8 दिसंबर को इन्हीं जगहों पर ईवीएम के मतों की काउंटिंग होगी.
इस बार रिकॉर्ड 75.6 फीसदी हुआ मतदान: हिमाचल में 12 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव के लिए इस बार रिकॉर्ड मतदान हुआ है. प्रदेश में 75.6 फीसदी मतदान रिकॉर्ड किया गया है. चुनाव आयोग मतदान की इस सफलता को लेकर उत्साहित है, हालांकि अभी भी सर्विस वोटर और चुनावी ड्यूटी में लगे कर्मचारियों के बैलेट पेपर आना बाकी हैं. हिमाचल में 69,559 सर्विस वोटर के अलावा चुनाव ड्यूटी में 59,000 कर्मचारी लगाए गए हैं. इन सभी के बैलेट पेपर अभी मिलना बाकी है. ऐसे में वोटिंग का प्रतिशत एक से दो फीसदी बढ़ने के आसार हैं.(Vote Counting in Himachal)(Polling percentage in Himachal).
हिमाचल में चुनाव आयोग ने अबकी बार पांच कैटेगरी को बैलेट पेपर जारी किए हैं. इनमें दिव्यांग, 80 साल से अधिक के मतदाता, आवश्यक सेवाओं में तैनात कर्मचारी, मतदान प्रक्रिया में शामिल कर्मचारियों के अलावा सर्विस वोटर शामिल हैं. हिमाचल में सर्विस और चुनाव ड्यूटी में लगे वोटरों को छोड़कर 36,000 से ज्यादा लोगों ने पोस्ट बैलेट से मतदान किया है. इन बैलेट पेपरों की गणना के बाद वोटिंग प्रतिशत एक फीसदी तक बढ़कर, 75.6 फीसदी पहुंचा गया है. अब बाकी पोस्टल बैलेट आने के बाद मतदान प्रतिशत 1 फीसदी और बढ़ने के आसार है. (Himachal election result).
मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने कहा कि इस बार हिमाचल में रिकॉर्ड मतदान हुआ है. उन्होंने कहा कि विभाग ने लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाया था. उन विधानसभा क्षेत्रों पर ज्यादा फोकस किया गया था, जहां पिछली बार कम मतदान हुआ था. इसमें विभाग को कामयाबी भी मिली है. उन्होंने इसके लिए हिमाचल के मतदाताओं का आभार जताया है. उन्होंने कहा कि वोटों की गणना के लिए सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में केंद्र बनाए जाएंगे.
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