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शिमला MC की बैठक में पार्षदों ने जमकर काटा बवाल, राजधानी की बड़ी समस्याओं पर हुई चर्चा - आचार सहिंता

शिमला नगर निगम की बैठक में पार्षदों ने किया हंगामा. बैठक में शहरवासियों को हर महीने पानी का बिल देने की उठाई मांग. शिमला महापौर कुसुम सदरेट ने पार्षदों की मांगों को पूरा करने का दिया आश्वासन.

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Published : May 29, 2019, 11:48 PM IST

शिमला: शहर में लोगों को जल निगम द्वारा समय पर पानी का बिल न देने पर पार्षदों ने बुधवार को निगम की बैठक में जमकर हंगामा किया. पार्षदों ने जल निगम से लोगों को हर महीने पानी का बिल देने की मांग की.

शिमला नगर निगम की बैठक में पार्षदों ने किया हंगामा.

बैठक में पार्षदों ने छ: महीनों के बाद पानी का बिल देने के खिलाफ मांग उठाई. पार्षदों का कहना है कि निगम द्वारा 6 महीने बाद पानी का बिल दिया जाता है, जिससे निगम के लोगों पर बोझ फलने का काम कर रहा है. पार्षदों ने बिना रीडिंग के बिल देने पर आरोप लगाते हुए कहा कि जल निगम द्वारा ज्यादातर जगहों पर रीडिंग से ज्यादा बिल दिए जा रहे हैं. इस दौरान पार्षदों ने रीडिंग पर बिल न देने पर जल निगम के बाहर प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी.

शिमला नगर निगम की बैठक में पार्षदों ने किया हंगामा.

बैठक में शिमला महापौर कुसुम सदरेट द्वारा पार्षदों को सही रीडिंग और समय पर पानी के बिल देने का आश्वाशन दिया गया, जिसके बाद पार्षद शांत हुए. पार्षद संजय परमार ने कहा कि कंपनी को निगम द्वारा मीटर रीडिंग का काम दिया गया है, लेकिन कंपनी बिना रीडिंग के लोगों को थमा रहे हैं और बिल चार से छ: महीने बाद मिल रहे हैं, जिससे लोगों को एक साथ बिल देने में दिक्कत हो रही है. वहीं, महापौर ने कहा कि इसको लेकर जल निगम को निर्देश दे दिए गए हैं.

पढ़ें:CM के गांव में पर्यटक नौका विहार में होगी वोटिंग, मनरेगा के तहत बनेगा प्रदेश का पहला पिकनिक स्पॉट

बता दें कि आचार सहिंता के बाद निगम की ये पहली मासिक बैठक थी, जिसमें शहर में कई विकास कार्यों को करने की मंजूरी भी दी गई. इसके अलावा शहर में पार्किंग की कमी को दूर करने के लिए भी येलो लाइन पार्किंग शुरू करने पर भी चर्चा हुई. वहीं, कूड़ा शुल्क न देने वालों के खिलाफ भी सख्त करवाई करने निर्देश दिए गए.

शिमला: शहर में लोगों को जल निगम द्वारा समय पर पानी का बिल न देने पर पार्षदों ने बुधवार को निगम की बैठक में जमकर हंगामा किया. पार्षदों ने जल निगम से लोगों को हर महीने पानी का बिल देने की मांग की.

शिमला नगर निगम की बैठक में पार्षदों ने किया हंगामा.

बैठक में पार्षदों ने छ: महीनों के बाद पानी का बिल देने के खिलाफ मांग उठाई. पार्षदों का कहना है कि निगम द्वारा 6 महीने बाद पानी का बिल दिया जाता है, जिससे निगम के लोगों पर बोझ फलने का काम कर रहा है. पार्षदों ने बिना रीडिंग के बिल देने पर आरोप लगाते हुए कहा कि जल निगम द्वारा ज्यादातर जगहों पर रीडिंग से ज्यादा बिल दिए जा रहे हैं. इस दौरान पार्षदों ने रीडिंग पर बिल न देने पर जल निगम के बाहर प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी.

शिमला नगर निगम की बैठक में पार्षदों ने किया हंगामा.

बैठक में शिमला महापौर कुसुम सदरेट द्वारा पार्षदों को सही रीडिंग और समय पर पानी के बिल देने का आश्वाशन दिया गया, जिसके बाद पार्षद शांत हुए. पार्षद संजय परमार ने कहा कि कंपनी को निगम द्वारा मीटर रीडिंग का काम दिया गया है, लेकिन कंपनी बिना रीडिंग के लोगों को थमा रहे हैं और बिल चार से छ: महीने बाद मिल रहे हैं, जिससे लोगों को एक साथ बिल देने में दिक्कत हो रही है. वहीं, महापौर ने कहा कि इसको लेकर जल निगम को निर्देश दे दिए गए हैं.

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बता दें कि आचार सहिंता के बाद निगम की ये पहली मासिक बैठक थी, जिसमें शहर में कई विकास कार्यों को करने की मंजूरी भी दी गई. इसके अलावा शहर में पार्किंग की कमी को दूर करने के लिए भी येलो लाइन पार्किंग शुरू करने पर भी चर्चा हुई. वहीं, कूड़ा शुल्क न देने वालों के खिलाफ भी सख्त करवाई करने निर्देश दिए गए.

Intro: शिमला शहर में लोगो को जल निगम द्वारा समय पर पानी का बिल न देने पर पार्षदों ने बुधवार को निगम की बैठक में जम कर हंगामा किया और जल निगम से लोगो को हर महीने पानी का बिल देने की।मांग की । पार्षदों का कहना है कि निगम द्वारा 6 महीने बाद पानी का बिल दिया जाता है। जिससे निगम लोगो पर बोझ फलने का काम कर रहा है यही नही पार्षदों ने बिना रीडिंग के बिल देने के आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकार जगहो पर जल निगम रीडिंग से ज्यादा बिल दिए जा रहे है । पार्षदों ने रीडिंग पर बिल न देने पर जल निगम के बाहर प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी। बैठक में महापौर द्वारा पार्षदों को सही रीडिंग ओर समय पर पानी के बिल देने का आश्वाशन दिया जिसके बाद पार्षद शांत हुए। पार्षद संजय परमार ने कहा कि निगम द्वारा मीटर रीडिंग का कंपनी को काम दिया है लेकिन वे बिना रीडिंग के बिल लोगो को थमा रहे है और बिल चार से छे महीने बाद मिल रहे है। जिससे लोगो को एक साथ बिल देने में दिक्कत हो रही हैं । वही महापौर ने कहा कि इसको लेकर जल निगम को निर्देश दे दिए है कि समय पर पानी के बिल लोगो को दे।


Body:आचार सहिंता के बाद निगम की ये पहली मासिक बैठक थी जिसमे शहर में कई विकास कार्यो को करने की मंजूरी भी दी गई।इसके अलावा शहर में पार्किंग की कमी को दूर करने के लिए भी येलो लाइन पार्किंग शुरू करने पर भी चर्चा हुई। वही कूड़ा शुल्क न देने वालो के खिलाफ भी सख्त करवाई करने निर्देश दिए गए।


Conclusion:नोट । बाईट वाट्सप से उठा ले
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