शिमला: प्रदेश में आए दिन कोरोना पॉजिटिव के मामले बढ़ते जा रहे हैं. अब शिक्षा निदेशालय में भी कुछ एक अधिकारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिसके बाद निदेशालय में माहौल डर का बना हुआ है. इसी को देखते हुए उच्च शिक्षा निदेशक की ओर से शाखा अधिकारियों की उपस्थिति 50 फीसदी तक ही सीमित कर दिया था, लेकिन अब जब सभी शाखाओं में सेनिटाइजेशन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है तो अब शिक्षा विभाग की सभी शाखाओं में सभी कर्मचारी और अधिकारी अपनी सेवाएं देंगे.
उच्च शिक्षा निदेशक की ओर से यह निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि शिक्षा निदेशालय में सभी शाखाओं को पूरी तरह से सेनिटाइज कर दिया गया है ऐसे में 100 फीसदी स्टाफ अब कार्यालयों में आ कर काम करेंगे. शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत शर्मा की ओर से सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को यह निर्देश जारी किए गए हैं कि वह कार्यालयों में आए और अपने काम को सुचारू रूप से कार्यालय से ही करें.
शिक्षा विभाग की जिन ब्रांच में कोरोना पॉजिटिव मामले आए हैं और उन्हें सील कर दिया गया है उन शाखाओं को छोड़कर अन्य सभी शाखाओं में पूरा स्टाफ अब काम पर लौटेगा. हालांकि शिक्षा निदेशक की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि निदेशालय में अगर किसी भी कर्मचारी को बुखार, जुखाम और फ्लू के लक्षण आते हैं तो इस स्थिति में कर्मचारी खुद को होम क्वारंटाइन कर लें. इसके लिए उन्हें अनुमति पहले अपने ब्रांच अधिकारी से लेनी आवश्यक होगी. अगर कोई कर्मचारी इन लक्षणों के चलते खुद को होम क्वारंटाइन कर रहा है तो इस स्थिति में कर्मचारी को अपने घर से काम करना होगा और विधानसभा से जुड़े मामलों के साथ ही अन्य मामलों को अपने घर से ही निपटारा होगा.
बता दें कि शिक्षा विभाग के कुछ एक शाखाओं में कोरोना पॉजिटिव के मामले सामने आए हैं. ऐसे में एहतियात के तौर पर इस तरह के कदम उठाए जा रहे हैं जिससे विभाग में कर्मचारियों और अधिकारियों को सुरक्षित रखा जाए. इसी को देखते हुए पहले जहां पर ब्रांच में अधिकारियों की उपस्थिति को 50 फीसदी तक सीमित कर दिया गया था अब उसे सेनिटाइजेशन की प्रक्रिया पूरे होने के बाद 100 फीसदी कर दिया गया है. सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को दोबारा से कार्यालय में आने के निर्देश शिक्षा निदेशक की ओर से जारी कर दिए गए हैं.
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