शिमलाः हिमाचल सरकार के आदेशों के बाद स्वास्थय विभाग ने सरकाघाट की कोरोना पीड़ित महिला को मंडी शिफ्ट कर दिया है. पीड़िता को शनिवार सुबह ही मशोबरा स्थित केंद्र से मंडी के लिए रवाना कर दिया गया. महिला के साथ ही दूसरे वाहन में आइसोलेशन में रखे व्यक्ति को भी शिफ्ट कर दिया है.
वहीं, कांग्रेस नेता हरीश जर्नाथा ने कहा कि सरकार को रिपन की बजाए इंडस अस्तपाल को कोरोना समर्पित अस्पताल बनाना चाहिए. यह अस्पताल शहर से दूर है, ऐसे में यहां पर संक्रमण का खतरा भी कम रहेगा. इसलिए सरकार को अपने फैसले पर दोबारा से विचार करते हुए लोगों को राहत प्रदान करनी चाहिए.
बता दें कि शिमला जिला प्रशासन ने शहर के बीचों बीच स्थित दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल को कोविड- 19 सेंटर बना दिया है. अस्पताल में स्टाफ के अलावा किसी भी व्यक्ति को आने-जाने नहीं दिया जा रहा है और अस्पताल की सभी ओपीडी बंद कर दी गई है. हालांकि शहर के व्यापार मंडल ने इसका विरोध किया है.
शिमला व्यापार मंडल के अध्यक्ष इंदरजीत सिंह ने कहा कि व्यापार मंडल को प्रशासन के इस निर्णय पर आपत्ति है. उन्होंने कहा कि कोविड सेंटर के विरोध में व्यापार मंडल डीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपगा. अस्पताल के नजदीक दो मंदिर और एक गुरुद्वारा है. इसके अलावा गंज बाजार और सब्जी मंडी के लिये भी अधिकतर जनता यहीं से होकर गुजरती है.
व्यापार मंडल के अध्यक्ष ने कहा कि गुरुद्वारे में सैकड़ों जरूरतमंदों की सहायता की जा रही है और ऐसे में जब कोई कोरोना पॉजिटिव मरीज अस्पताल में आएगा तो इससे शहर में कोरोना फैलने का खतरा बहुत बढ़ जाएगा. प्रशासन के इस फैसले से लोग घबराए हुए हैं. हम प्रशासन से मांग करते हैं कि इस कोविड सेंटर को यहां से शिफ्ट किया जाए.
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