शिमला: अटल टनल रोहतांग से यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी की शिलान्यास पट्टिका के गायब होने पर कांग्रेस भड़क गई है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने इसे लेकर एक शिकायत पत्र मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को भेजा है.
अपने इस शिकायत पत्र में कुलदीप राठौर ने सरकार को इस पूरे मामले की जांच 15 दिनों के भीतर करने व उस शिलान्यास पट्टिका को पुनर्स्थापित करने को कहा है. उन्होंने कहा कि तय सीमा के अंदर ऐसा न होने पर कांग्रेस इसके खिलाफ राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ेगी.
कुलदीप राठौर ने इसे लोकतंत्र का अपमान करार देते हुए कहा है कि इसके खिलाफ कांग्रेस ने पुलिस में एक एफआईआर दर्ज करवाने का फैसला भी लिया है. कुलदीप राठौर ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वह लोकतंत्र की मर्यादाओं से खिलवाड़ कर रही है. बीजेपी इतिहास से छेड़छाड़ कर रही है. उन्होंने कहा कि 28 जून 2010 को यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तत्कालीन इस्पात मंत्री वीरभद्र सिंह व प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल की उपस्थिति में इस टनल की आधारशिला रखी गई थी. कुलदीप राठौर ने कहा कि उन्हें यह जान कर बड़ी हैरानी हुई है कि सोनिया गांधी की वह पट्टिका वहां से गायब है. इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार और पुलिस की है.
राठौर ने कांग्रेस के किसान बचाओ आंदोलन को सफल करार देते हुए कहा कि कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है. इसलिए नए कृषि कानून का विरोध जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 1965 में एपीएमसी एक्ट लाकर किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य देने का जो प्रावधान किया था, नए कानून में उसे खत्म कर दिया गया है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने जल्दबाजी में लोकसभा बैठक के दौरान पहले अध्यादेश लाया. फिर राज्यसभा में बगैर चर्चा के इसे पारित कर दिया और राष्ट्रपति ने रात रात इस कानून पर अपने हस्ताक्षर भी कर दिए. उन्होंने आरोप लगाया कि इस कानून से देश का किसान अपनी फसल को पहले ठेके पर उगाएगा. बाद में उसे ठेकेदारों को उनकी इच्छा अनुसार बेचने पर मजबूर होगा. इससे किसान ठेकेदार का गुलाम बनेगा. देश में जमा खोरी बढ़ेगी और बड़े उद्योगपतियों का बोल बाला होगा.