शिमला: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कोई भी पार्टी बहुमत साबित नहीं कर पाई है. बहुमत साबित न होने पर महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाया गया है. सरकार बनाने के लिए एनसीपी ,कांग्रेस और शिवसेना गठजोड़ में लगी हुई हैं, लेकिन अभी कोई भी पार्टी बहुमत साबित नहीं कर पाई है.
शिमला पहुंचे अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष नाना पटोले ने बताया कि जनता ने उन्हें विपक्ष में बैठने का जनादेश दिया है. कोई भी दल सरकार बनाने के लिए बहुमत तक नहीं पहुंच पाया है. कांग्रेस जल्द ही सरकार बनाने के लिए राज्यपाल के पास जाएगी.
नाना पटोले ने गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि अमित शाह खुद को राजनीति का चाणक्य समझते है., लेकिन महाराष्ट्र में उनकी चाणक्य नीति नहीं चल पाई. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र देश का सबसे महत्वपूर्ण राज्य होने के बाद भी बीजेपी उस पर कोई ध्यान नहीं दे रही है और राज्य को बर्बाद करना चाहती है, लेकिन कांग्रेस ऐसा नहीं होने देगी.
वहीं, महाराष्ट्र में राज्यपाल की भूमिका पर भी उन्होंने सवाल खड़े किए है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है, लेकिन राज्यपाल कांग्रेस के साथ दोहरा व्यवहार करते हैं. नाना पटोले ने कहा कि राज्यपाल का काम सभी को साथ लेकर चलना होता है, लेकिन राज्यपाल केंद्र के इशारों पर काम कर रहे हैं जो लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा है.
अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि बीजेपी सरकार ने आज तक सिर्फ झूठे वायदे किए हैं, भाजपा अपना कोई भी वायदा पूरा नही कर पाई है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ कांग्रेस सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रही है.
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे 24 अक्टूबर को घोषित हुए. इस दौरान भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. भाजपा ने 105 सीटों पर जीत हासिल की थी और उसके साथी शिवसेना को 56 सीटें मिली. भाजपा-शिवसेना गठबंधन के पास बहुमत था.इस दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को 54 और उसके सहयोगी कांग्रेस को 44 सीटें मिली थी, लेकिन बीजेपी और शिवसेना के बीच पेंच फंसने के बाद अभी तक सरकार का गठबंधन नहीं हो पाया है.