शिमला: बिहार में महागठबंधन की हार के बाद चुनाव प्रक्रिया पर कांग्रेस सवाल खड़ी कर रही है. अब हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने देश की स्वत्यता संस्थाओं का हरण किया है.
कुलदीप रौठार ने कहा कि बिहार में शुरुआती रुझानों और एग्जिट पोल में महागठबंधन को बढ़त थी, लेकिन बाद में ईवीएम की धीमी गिनती के साथ महागठबंधन पीछे हो गया.आधी रात तक ईवीएम से गिनती करवाई गई, जिससे कई सवाल भी खड़े हो रहे है. महागठबंधन के कई उम्मीदवार जीत भी गए, जिन्हें अधिकारियों ने बाद में हारा हुआ घोषित कर दिया. प्रत्याशियों को बाद में हारा हुआ बताना चुनाव आयोग पर कई सवालिया निशाना खड़े करता है.
कुलदीप राठौर ने कहा कि बिहार में एनडीए ने नीतीश के नाम पर चुनाव लड़ा, लेकिन उनकी पार्टी के बहुत कम उम्मीदवार जीते हैं और बीजेपी को ज्यादा सीटें मिली हैं. ये दुर्भाग्य है कि जिस पार्टी को सबसे कम उम्मीदवार जीते वो मुख्यमंत्री बनेगा.
राठौर ने कहा चुनाव निष्पक्ष होने चाहिए और लोकतंत्र में लोकमत व जनमत को बदलने ओर चुराने का प्रयास नहीं होना चाहिए. इसके लिए विशेषज्ञयों को सोचना होगा. राठौर ने कहा कि चुनाव प्रणली को लेकर विपक्षी दलों को अब गम्भीरता से सोचने की जरूरत है. बीजेपी शासनकाल में स्वत्यता प्राप्त संस्थाओं का दुरुपयोग हो रहा है. जिसमे चुनाव आयोग भी शामिल है, जोकि बहुत चिंता का विषय है.
बता दें कि बिहार में हुए विधानसभा चुनावों में महागठबंधन को करारी हार मिली है. कांग्रेस ने आरजेडी के साथ मिलकर 70 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन उसके 19 उम्मीदवार ही जीत हासिल कर सके. इसके साथ बिहार में महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव ने भी मतगणना पर सवाल उठाते हुए उनके उम्मीदवारों को जानबूझकर हराने का आरोप लगाया था.