शिमला: हिमाचल सरकार द्वारा शराब सस्ती करने पर कांग्रेस भड़क गई है. कांग्रेस ने सरकार को शराब की बोतल सस्ती करने के बदले सरसों के तेल की बोतल सस्ती करने की नसीहत दी है. प्रदेश कांग्रेस महासचिव महेश्वर चौहान ने कहा कि आज प्रदेश बुरे दौर से गुजर रहा है और प्रदेश वासियों को सरकार की संवेदनहीनता के कारण कोरोना और कमरतोड़ महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है. सरकार शराब कारोबारियों पर मेहरबान है और सरकार को आम लोगों की कोई चिंता नहीं है. उन्होंने कहा कि आज शराब की बोतल नहीं बल्कि सरसों के तेल की बोतल को सस्ता करने की आवश्यकता है.
'शराब के बदले सरसों के तेल का दाम घटाओ'
चौहान ने कहा कि रोजमर्रा के इस्तेमाल की चीजें आम जनता की पहुंच से दूर हो रही हैं. ऐसी स्थिति में प्रदेश सरकार की प्राथमिकता आम लोगों को राहत देने के बजाय शराब कारोबारियों को लाभ पहुंचाने की है. सरकार ने शराब का कोटा बढ़ा दिया है और शराब के दामों में काफी कमी कर दी है, जबकि सरसों के तेल और अन्य खाद्य वस्तुओं के दाम हर रोज बढ़ रहे हैं. आम आदमी आज सरसों का तेल तक नहीं खरीद पा रहा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सस्ते राशन देने का काम किया था लेकिन अब इस सरकार द्वारा राशन के डिपो में दाम बढ़ाकर आम लोगों की कमर तोड़ने का काम किया जा रहा है.
महेश्वर चौहान ने वैक्सीनेशन पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि जिस गति से हिमाचल प्रदेश में 18 से 44 वर्ष के लोगों को टीकाकरण कार्यक्रम चल रहा है, वह इस वक्त सबसे बड़ी चिंता का विषय है. प्रदेश का युवा टीके की कमी और स्लॉट बुकिंग की मारामारी से हताश है और अभी तक प्रदेश में बहुत कम युवाओं को टीकाकरण हो पाया है. उन्होंने मांग की है कि सरकार प्रदेश में कोरोना वैक्सीन की कमी को जल्द पूरा करे और स्लॉट बुकिंग में पारदर्शिता बरती जाए.
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