शिमला: प्रदेश सरकार द्वारा कर्मचारियों को हड़ताल पर जाने को लेकर जारी की गई चेतावनी पर विपक्ष मुखर हो (Congress ruckus in the assembly)गया और सदन में इसको लेकर जमकर हांगमा किया. सदन से बाहर आकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी (Congress protest outside the assembly)की. विपक्ष ने सरकार को कर्मचारी विरोधी करार दिया. नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सदन में सरकार ने सिविल सर्विस रूल्स 3 और 7 का हवाला देते हुए आदेश जारी किए कि प्रदर्शन, बहिष्कार, पेन डाउन स्ट्राइक और इस तरह की अन्य गतिविधियों में शामिल सरकारी कर्मचारियों का वेतन काटा जाएगा.
वहीं ,ऐसे कर्मचारियों पर अपराधिक मामला भी दर्ज किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि यह सरकार तानाशाही है. प्रदेश का कर्मचारी काफी अनुशासित कर्मचारी है. जयराम सरकार इन्हें डराने धमकाने का काम कर रही . लोकतंत्र में सभी को अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करने का पूरा अधिकार है. कर्मचारी शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे ,लेकिन यह सरकार कर्मचारियो को धमकाने के लिए तीन पन्नो का पत्र जारी कर दिया. उन्होंने कहा कि विपक्ष कर्मचारियो के साथ खड़ा और वेसे भी इस सरकार के छह महीने बचे और सरकार जाने वाली है.
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