शिमला: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने तांडव मचाया है. विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने के बयान को लेकर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर बरस पड़े. मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर पर आपदा पड़ी है, लोग मर रहे हैं और जयराम ठाकुर राजनीति कर रहे हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लाल पानी में नुकसान का जायजा लेने के बाद कहा कि प्रदेश में हो रहे लैंडस्लाइड के बाद सरकार ने ड्रेनेज सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए कार्य योजना बनाने का फैसला लिया है. शहरी इलाकों में ड्रेनेज सिस्टम बेहतर न होने से पानी का रिसाव हो रहा है जो कि लैंडस्लाइड का एक बड़ा कारण बन रहा है.
ड्रेनेज सिस्टम होगा मजबूत: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि ड्रेनेज सिस्टम मजबूत न होने से पानी का रिसाव हो रहा है जो कि पहाड़ को कमजोर बना रहा है. इसको देखते हुए सरकार प्रदेश, खासकर शहरी इलाकों में ड्रेनेज सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए योजना तैयार करेगी. उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन को लेकर प्रदेश सरकार 800 करोड़ की एक योजना भी तैयार कर रही है. सीएम ने कहा कि मकान बनाते समय स्ट्रक्चर डिजाइन पर भी ध्यान देना होगा, क्योंकि कमजोर स्ट्राटा पर मकान बनाने से इनके क्षतिग्रस्त होने का खतरा बढ़ जाता है.
समय रहते कार्रवाई से नहीं हुई ज्यादा मौतें: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कृष्णा नगर में जो भवन गिरे हैं, उनमें दो लोगों के इन घरों में दबने की सूचना है. ये लोग अपने घर में सामान लेने गए थे. मकानों को नगर निगम ने समय रहते खाली करवा दिया था. अन्यथा यहां जानी नुकसान ज्यादा हो सकता था.
प्रदेश में एक दिन में 60 से ज्यादा मौतें: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि बीते सोमवार को प्रदेश में एक दिन में करीब 60 मौतें हुई, अभी इसका आंकड़ा बढ़ने की संभावना है. सबसे ज्यादा नुकसान शिमला शहर में हुआ है. कांगड़ा के फतेहपुर में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ. हालांकि फसलों को काफी नुकसान जरूर हुआ है. पौंग डैम से पानी छोड़ने के कारण करीब 300 लोग फंस गए थे, जिन्हें सुरक्षित निकाल लिया गया है. मंडी में भी भारी नुकसान हुआ है, हालांकि जानी नुकसान की सूचना नहीं है.
आज बंद रहेंगे शिक्षण संस्थान: प्रदेश में बारिश और लैंडस्लाइड की स्थिती को देखते हुए 16 अगस्त यानी आज सारे स्कूल कॉलेज बंद हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार ने कल प्रदेश में सभी शिक्षण संस्थान बंद रखने का फैसला लिया है. प्रदेश में बिगड़ते हालातों को देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है.
'सिर पर आपदा, जयराम राजनीति कर रहे': वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के विशेष विधानसभा सत्र बुलाए जाने को लेकर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सिर पर आपदा पड़ी है, लोग मर रहे हैं और जयराम ठाकुर राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने सवाल किया कि विधानसभा सत्र लगाकर इस समय क्या सारी पुलिस को विधानसभा की कॉरिडोर में लगाया जाए. जयराम ठाकुर को सोचना चाहिए वो पूर्व सीएम रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर विधानसभा वह सत्र लगाते हैं तो पूरी पुलिस फोर्स इसमें लगानी पड़ेगी. करीब 1000 पुलिस कर्मचारी विधानसभा के दौरान लगेंगे, जबकि मौजूदा हालातों में पुलिस कर्मचारी बचाव व राहत कार्य में लगी है.
जयराम के बयान पर भड़के सीएम सुक्खू: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वह इस आपदा में सभी का सुरक्षा कवच कम करने की कोशिश कर रहे हैं. वह खुद भी कोई पुलिसकर्मी को लेकर नहीं जा रहे, ताकि पुलिस जवान आपदा से निपटने के लिए उपलब्ध हो. मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष को विधानसभा सत्र की चिंता नहीं करनी चाहिए. सरकार विधानसभा सत्र से नहीं भाग रही है. अगर जयराम ठाकुर को राजनीति करनी है तो इसके लिए बहुत समय है. इसके लिए वह पूरे 10 दिन का विधानसभा सत्र लगाएंगे.
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