शिमला: प्रदेश में आग से हर साल जान-माल का काफी नुकसान होता है. ऐसे में आग की घटनाओं से प्रभावी ढंग से निपटने और इन्हें नियंत्रित करने के लिए प्रदेश सरकार अग्निशमन सेवाओं को मजबूत कर रही है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि सरकार प्रदेश में आग की घटनाओं से निपटने के लिए अग्निशमन प्रबंधन पर बल दे रही है. इसके तहत रणनीतिक अग्निशमन केंद्रों की स्थापना, अग्नि कर्मियों एवं निधि की पर्याप्त उपलब्धता, इस तरह की घटनाओं पर गहन अनुसंधान, जागरूकता अभियान, विभिन्न विभागों में बेहतर आपसी समन्वय इत्यादि सुनिश्चित किया जा रहा है. राज्य सरकार ऐसी घटनाओं से बचाव को देखते हुए बेहतर प्रबंधन के लिए विशेष रणनीति तैयार कर रही है ताकि बहुमूल्य जीवन और संपत्ति को आग जैसी अनचाही घटनाओं से होने वाली क्षति को कम से कम किया जा सके.
राज्य में अग्निशमन वाहनों की संख्या हुई 230: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार राज्य में अग्निशमन सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए प्रभावी कदम उठा रही है ताकि आग की घटनाओं से निपटने के लिए जल्द और समय के साथ कदम उठाए जा सकें. सामान्य आग की घटनाओं तथा तेल से लगने वाली आग से निपटने के लिए हाल ही में 10 उच्च तकनीक युक्त अग्निशमन वाहन प्रदान किए गए हैं. इन वाहनों में फोम तैयार करने की मशीनें लगाई गई हैं जिससे इनकी क्षमता में और वृद्धि हुई है. अग्निशमन सेवाओं में इन आधुनिक वाहनों की उपलब्धता से अब राज्य में अग्निशमन वाहनों की संख्या 230 हो गई है.
तीन नए अग्निशमन उपकेंद्र स्थापित करने का निर्णय: मुख्यमंत्री ने कहा कि अग्निशमन विभाग को अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित करने के अतिरिक्त प्रदेश सरकार ने तीन नए अग्निशमन उपकेंद्र स्थापित करने का भी निर्णय लिया है. यह केंद्र लाहौल-स्पिति जिला के काजा, चम्बा के किलाड़ तथा हमीरपुर ज़िला के नादौन में स्थापित किए जायेंगे. इसके साथ ही शिमला जिला के देहां में अग्निशमन चौकी स्थापित की जाएगी. इस तरह की पहलें अपने नागरिकों की सुरक्षा के प्रति प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं.
अत्याधुनिक उपकरणों के लिए 1करोड़ 60 लाख रुपये आवंटित: अग्निशमन सुरक्षा के अंतर्गत प्रभावी योजना और ढांचागत डिजाइन में बदलाव लाते हुए आग जैसी घटनाओं में इसे और अधिक फैलने और कारगर ढंग से नियंत्रित करने पर भी ध्यान केंद्रित किया जा रहा है. राज्य में अग्निशमन सेवाओं को और बेहतर करने के लिए एक करोड़ 60 लाख रुपये की राशि अतिरिक्त अत्याधुनिक उपकरणों की खरीद के लिए आवंटित की गई है. इसके साथ ही अग्निशमन केंद्रों के निर्माण और कार्यालय और आवासीय सुविधाओं के लिए 9.80 करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान किया गया है. इससे अग्निशमन कर्मियों को अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ ही कार्य करने के लिए बेहतर माहौल मिल सकेगा जिससे आग जैसी घटनाओं से निपटने में उनका मनोबल भी बढ़ेगा.