शिमला: हिमाचल सरकार सरकारी दफ्तरों के साथ-साथ अस्पतालों में भी ई-सर्विस पर फोकस कर रही है. प्रदेश के अस्पतालों में भी मरीजों का पूरा डेटा ऑनलाइन किया जा रहा है. इसके तहत पहले चरण में राज्य के 53 स्वास्थ्य संस्थानों में हॉस्पिटल मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम (एचएमआईएस ) शुरू किया जाएगा. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्वास्थ्य विभाग की बैठक की अध्यक्षता करते हुए संस्थानों को ऑनलाइन करने का काम तेजी करने से निर्देश दिए.
दरअसल, राज्य सरकार प्रदेश के सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों, सभी मेडिकल कॉलेजों, क्षेत्रीय अस्पतालों सहित 53 स्वास्थ्य संस्थानों में हॉस्पिटल मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम (एचएमआईएस) लागू करने जा रही है, जिसमें रोगियों का पूरा डेटा एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हो सकेगा. इससे मरीजों को विभिन्न सुविधाओं सहित उनके बहुमूल्य समय की भी बचत होगी. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्वास्थ्य विभाग की एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला में एचएमआईएस को 30 अगस्त, 2023 तक शुरू करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि राज्यों के अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में यह सुविधा 30 सितंबर, 2023 तक शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है.
मरीजों के डेटा को देखकर डॉक्टर भी लिख सकेंगे ई-प्रिसक्रिप्शन: मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सुविधा के शुरू होने से डॉक्टरों के पास मरीज का पूरा डेटा उपलब्ध होगा, जिसके माध्यम से रोगियों की सामान्य और इमरजेंसी रजिस्ट्रेशन, लैब रिपोर्ट, ऑपरेशन थियेटर के रिकॉर्ड सहित उनके डिस्चार्ज और ट्रांसफर का पूरा डेटा ऑनलाइन उपलब्ध होगा. इस सुविधा से डॉक्टर ई-प्रिसक्रिप्शन भी लिख सकेंगे और मरीजों की पूरी मेडिकल हिस्ट्री भी देख सकेंगे, जिससे रोगियों के साथ-साथ डॉक्टरों को भी सुविधा होगी.
मुख्यमंत्री ने की निर्माणाधीन सभी मेडिकल कॉलेजों की समीक्षा: सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए गंभीरता से प्रयास कर रही है और इस दिशा में यह सुविधा मील पत्थर सिद्ध होगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सभी स्वास्थ्य संस्थानों में अत्याधुनिक फर्नीचर और अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने पर भी काम कर रही है. राज्य सरकार रोबोटिक सर्जरी जैसी आधुनिक सुविधा प्रदान करने की दिशा में भी कदम बढ़ा रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य संस्थानों का निर्माण एवं उनमें सुविधाएं भविष्य की चुनौतियों के अनुरूप प्रदान की जानी चाहिए. उन्होंने भविष्य में निर्मित होने वाले सभी अस्पतालों में प्राइवेट रूम की संख्या बढ़ाने के भी निर्देश दिए. बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन सभी मेडिकल कॉलेजों की समीक्षा भी की और इनके निर्माण कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए.
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