शिमला: हिमाचल प्रदेश में बारिश से भारी नुकसान हो रहा है. लगातार बाढ़ की स्थिति और लैंडस्लाइड होने से कई लोगों की जानें भी जा रही हैं. इसको लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने संबंधित विभागों के साथ बैठक की. सीएम ने कहा मौसम संबधी डाटा रियल टाइम पर मिलना जरूरी है. ताकि समय रहते नुकसान को कम किया जा सके. सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे प्रदेश में ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन (एडब्ल्यूएस) की संख्या बढ़ाने के लिए उपयुक्त कदम उठाएं.
मौसम का रियल टाइम डाटा होगा उपल्बध: बैठक में सीएम सुक्खू ने कहा एडब्ल्यूएस स्थापित करने से मौसम से संबंधित रियल टाइम डाटा उपलब्ध होगा, जिससे मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के समय पर उचित कदम उठाने में मदद मिलेगी. सीएम ने हिमाचल प्रदेश में ऑब्जर्वेटरी सेंटर स्थापित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया. सुक्खू ने हिमाचल राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) को और मजबूत बनाने के लिए प्रभावी कदम उठाने को कहा.
SDRF को मिलेगा आधुनिक उपकरण: सीएम ने कहा एसडीआरएफ को आपात स्थिति से निपटने के लिए आधुनिक उपकरण उपलब्ध करवाए जाएंगे. इन उपकरणों से गिरे हुए लेंटर व स्लैब उठाने और भारी स्टील की कटिंग करने में मदद मिलेगी. जिससे आपदा की स्थिति में बचाव कार्यों में अत्यधिक सहायता मिलेगी. मुख्यमंत्री ने कहा भारी बारिश से प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में काफी संख्या में पेड़ गिरे हैं. इन पेड़ों की कटाई व निपटान वैज्ञानिक तरीके से सुनिश्चित किया जाए. गिरे हुए पेड़ों के स्थान पर पौधरोपण करने के लिए भी आवश्यक कदम उठाए जाएं.
अतिरिक्त हेलीकॉप्टर तैयार रखने के निर्देश: सीएम सुक्खू ने अधिकारियों को कहा कि कुल्लू जिला में सड़कें बाधित होने के मद्देनजर गंभीर मरीजों को आपात चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए अतिरिक्त (स्टैंड बाई) हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की जाए. उन्होंने अधिकारियों से प्रदेश के विभिन्न स्थानों में चलाए जा रहे राहत व बचाव कार्य की विस्तृत जानकारी ली. साथ ही आपदा प्रभावितों को हर संभव मदद प्रदान करने के निर्देश दिए.
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