शिमला: सीएम जयराम गुरूवार को छह जीवनदायिनी एंबुलेंस को रवाना करेंगे. पहली बार प्रदेश के हर मेडिकल कॉलेज को एक एक एंबुलेंस मिलेगी, ताकि स्वास्थ्य सुविधाएं और ज्यादा सुदृढ़ हो सके. 23 फरवरी को पहले इन एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाई जानी थी, लेकिन कैबिनेट मीटिंग मुख्यमंत्री का आईजीएमसी शिमला आने का कार्यक्रम रद्द करना पड़ा. ऐसे में गुरूवार को मुख्यमंत्री ठीक 9:30 बजे पर आईजीएमसी पहुंचेंगे.
इस एंबुलेंस की यह खासियत होगी कि इसमें सारी सुविधा उपलब्ध होंगी. एंबुलेंस में एक डाक्टर, एक फार्मासिस्ट, वेंटिलेटर व ऑक्सीजन सहित अन्य चीजें उपलबध होंगी. इस एंबुलेंस से सबसे ज्यादा फायदा यह होगा कि प्रदेश के विभिन्न जगहों से गंभीर मरीजों को आईजीएमसी शिमला पहुंचाना आसान होगा.
हिमाचल में पहली बार चलेगी जीवन दायनी एंबुलेंस
जीवन दायनी एंबुलेंस हिमाचल में पहली बार चलाई जा रही है. इस एंबुलेंस से आईजीएमसी शिमला से पीजीआई चंडीगढ़ भी मरीजों को ले जाना आसान होगा. जब भी गंभीर मरीजों को पीजीआई के लिए रेफर करना पड़ता था तो एंबुलेंस में पूरी सुविधा उपलब्ध न होने से कुछ मरीजों की मौत तक हो जाती थी, लेकिन जीवनदायिनी एंबुलेंस चलाने से अब मरीजों के मृत्यु दर में भी कमी आएगी.
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इन मेडिकल कॉलेज को मिलेगी एंबुलेंस
सरकार की ओर से यह एंबुलेंस मेडिकल कॉलेज चंबा, नेरचौक, हमीरपुर, आईजीएमसी शिमला, टांडा, नाहन को दी जाएगी. यह एंबुलेंस मेडिकल कॉलेज के एमएस के अंडर रहेंगी. इस प्रत्येक एंबुलेंस की कीमत 30 लाख है.
एंबुलेंस के चलने से मरीजों को काफी फायदा होगा
आईजीएमसी शिमला के एमएस डॉ. जनक राज ने बताया कि मुख्यमंत्री 25 फरवरी को आईजीएमसी में जीवन दायनी एंबुलेंस लॉन्च कर रहे हैं. इस एंबुलेंस में सारी सुविधा उपलबध होगी. प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज को एक-एक एंबुलेंस दी जाएगी. इस एंबुलेंस के चलने से मरीजों को काफी फायदा होगा.
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