शिमलाः सुरेश चंदेल के कांग्रेस में जाने के पीछे कौन बड़े नेता हैं इसका खुलासा न तो मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कर रहे हैं और न ही कोई और भाजपा नेता. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने तो चंदेल के सिर ही सारी बातों का ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि पार्टी छोड़ने के लिए किसने उनको मजबूर किया. इसका कारण चंदेल अपने आप ही जाहिर करें तो अच्छा रहेगा. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन बातों की मुझे जानकारी नहीं उन पर कहना उचित नहीं होगा.
दरअसल सुरेश चंदेल ने शनिवार को पत्रकार वार्ता में कहा था कि पिछले 2 सालों से भाजपा के कुछ लोग जो दिल्ली और हिमाचल में बैठे हैं योजना बनाकर मुझे खत्म करने का नया विकल्प तलाश रहे हैं.
इसके साथ ही जयराम ठाकुर ने सुरेश चंदेल को नसीहत भी दी और कहा कि जिस पार्टी में गए हैं वहां खुद को सेटल करें उसके बाद बात करें. मुख्यमंत्री के एक साल के कार्यकाल को चंदेल ने कुछ खास नहीं बताया था, जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि चंदेल को शायद सरकार के काम को करीब से देखने का मौका नहीं मिला, तभी वे इस तरफ की बेबुनियाद बात कह रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कुलदीप सिंह राठौर के चुनाव आयोग और सत्ती पर लगाए जा रहे आरोपों को नकारते हुए कहा कि चुनाव आयोग और सत्ती दोंनो अपना-अपना काम कर रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा जयराम सरकार को सबसे कमजोर बताने पर मुख्यमंत्री जयराम ने कहा कि वीरभद्र सिंह एक ऐसे दौर से गुजर रहे हैं, जब उनकी बात को कोई सुन नहीं रहा है.
सीएम जयराम ने कहा कि एक साल में ऐसा कोई विधानसभा क्षेत्र बचा नहीं है, जंहा पर सरकार ने कोई काम न किया हो. उन्होंने कहा कि जहां भी लोगों से मिलना हो रहा है वहां लोग सरकार की प्रशंसा ही कर रहे हैं.