शिमला: कोरोना संकट के बीच सीएम जयराम ठाकुर ने नव निर्वाचित पंचायत प्रतिनिदियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की. इस दौरान सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि कोविड से लड़ाई में पंचायतों की अहम भूमिका है. पंचायत प्रतिनिधि इस संकट के समय में बड़ा योगदान दे सकते हैं.
बुधवार को पंचायत प्रतिनिधियों से वर्चुअल संवाद में सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि पंचायत के जरिए होम आइसोलेशन वाले लोगों का ध्यान अच्छे से रखा जा सकता है. कुछ समय से विवाह के आयोजनों के बाद कोविड मामलों में बढ़ोतरी हुई है. ऐसे में पंचायतों को जिम्मेदारी निभाते हुए लोगों को सतर्क करना होगा. यदि होम आइसोलेशन में रहने वालों की तबीयत खराब होती है तो अस्पताल तक पहुंचाने में उनकी मदद की जानी चाहिए.
विवाह समारोह में सख्त निगरानी के आदेश
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पंचायती राज संस्थाओं के निर्वाचित प्रतिनिधियों से विवाह समारोहों के दौरान सख्त निगरानी रखने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि कुछ लोग शादियों में एसओपी का उल्लंघन कर रहे हैं. पंचायत प्रतिनिधि सुनिश्चित करें कि ऐसे समारोहों में केवल 20 लोग ही उपस्थित हों. मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधियों को लोगों को बाहर के लोगों के बिना घर में विवाह आयोजित करने के लिए प्रेरित करने का आग्रह भी किया.
जयराम ठाकुर ने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं को राज्य के बाहर से गांवों में आ रहे लोगों पर कड़ी निगरानी रखनी चाहिए ताकि उन्हें होम क्वारंटीन में रहने के लिए प्रेरित किया जा सकें. उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों और ऐसे समारोह जिनमें अधिक संख्या में लोगों के इकट्ठे होने की संभावना हो, उसके बारे में जिला प्रशासन को भी अवश्य सूचना दी जानी चाहिए. लोगों को होम क्वारंटीन प्रोटोकॉल की सख्त अनुपालना के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए.
मुख्यमंत्री की पंचायत प्रतिनिधियों से अपील
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि दुर्भाग्य से किसी संक्रमित की मौत हो जाती है तो पंचायत को दुख की घड़ी में पीड़ित परिवार की सहायता के लिए आगे आना चाहिए. सीएम ने प्रतिनिधियों से दिव्यांगों के टीकाकरण के लिए सहायता प्रदान करने के लिए आग्रह किया. सीएम ने कहा कि गांवों में कठिन समय से गुजर रहे लोगों को चिन्हित करना चाहिए ताकि उन्हें आपदा की घड़ी में भोजन, रहने का स्थान और उनकी अन्य जरूरतों को पूरा किया जा सके. उन्होंने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों को उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करनी चाहिए और जिला प्रशासन को सूचित करना चाहिए.
कोरोना की दूसरी लहर अधिक घातक- वीरेंद्र कंवर
इस दौरान ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि गत वर्ष कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान भी पंचायती राज संस्थाओं के निर्वाचित प्रतिनिधियों ने इस महामारी को फैलने से रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने कहा कि दूसरी लहर अधिक घातक और चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं के नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों को इस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए राज्य सरकार की सहायता के लिए आगे आना चाहिए.
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निदेशक ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग ललित जैन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का किया संचालन
इस दौरान जिला चंबा की ग्राम पंचायत रिंडा के प्रधान राज कुमार, जिला कुल्लू की ग्राम पंचायत दलाश आनी के प्रधान सतिंद्र, मंडी जिला के सिराज में झुंडी पंचायत के प्रधान नोख सिंह, जिला कांगड़ा, धर्मशाला की ग्राम पंचायत बलाला के प्रधान ओम प्रकाश, जिला किन्नौर की ग्राम पंचायत कोठी के प्रधान ओम प्रकाश, जिला ऊना की ग्राम पंचायत मुचली के प्रधान विजय कुमार, जिला शिमला, रोहड़ू की ग्राम पंचायत शरोग बराड़ा की प्रधान चाहत चौहान, हमीरपुर जिला की ग्राम पंचायत समीरपुर के प्रधान चंद्र मोहन ठाकुर और अन्य प्रतिनिधियों ने अपने विचार साझा किए.
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