शिमला: हिमाचल प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व के 50 वर्ष पूर्ण होने पर विधान सभा में विशेष सत्र का आयोजन किया गया है. इस सत्र की शुरुआत में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का स्वागत करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश विधान सभा के विशेष सत्र में भारत के राष्ट्रपति की उपस्थिति से हम सभी उनके आभारी हैं. उन्होंने कहा कि हिमाचल देश का 18वां राज्य बना है. मुख्यमंत्री ने डॉ. यशवंत सिंह परमार सहित उन सभी का आभार व्यक्त किया, जिनका हिमाचल को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने में योगदान रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उस समय राज्य की आर्थिक स्थिति अधिक अच्छी नहीं थी, लेकिन आज प्रदेश की गिनती देश के अग्रणीय राज्यों में की जाती है. आज हिमाचल के लोग सेना सहित अनेक क्षेत्रों में बेहतर योगदान दे रहे हैं. वर्ष 1971 में प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय 651 रुपये थी, आज प्रति व्यक्ति आय 1 लाख 95 हजार से अधिक है. वर्ष 1971 में सड़कों की लंबाई 7 हजार के करीब थी, आज 37 हजार से अधिक है. इसके लिए प्रधानमंत्री सड़क निर्माण योजना का योगदान बताया और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई का आभार व्यक्त किया.
प्रदेश के शत प्रतिशत गांव में बिजली की उपलब्थ का जिक्र भी मुख्यमंत्री ने किया. प्रदेश की बहतर साक्षरता दर, स्वास्थ्य सुविधाओं और बागवानी के क्षेत्र में उन्नति का जिक्र भी किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार अनेक योजनाओं के माध्यम से प्रदेशवासियों के उत्थान के लिए कार्य कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार हिमाचल के हथकरघा और हस्थशिल्प के संरक्षण और प्रचार-प्रसार के लिए विशेष कार्य कर रही है. मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विकास में पूर्व मुख्यमंत्रियों का जिक्र करते हुए उनका आभार व्यक्त किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री प्रदेशवासियों की तरफ से शुभकामनाएं दी.
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने कहा कि यह प्रदेशवासियों के लिए खुशी का अवसर है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विधान सभा सर्वोच्च मंदिर है. हम सब विधान सभा को सार्थक चर्चा का एक मंदिर मानते हैं. इसको विवाद का स्थान नहीं मानते हैं. उन्होंने कहा कि हिमाचल आने के बाद मैंने बारिकी से चर्चाएं देखी. इसके बाद यह अनुभव किया हिमाचल के सभी विधायक प्रदेश के विकास के लिए यहां चर्चा करते हैं. उन्होंने कहा कि हिमाचल की संस्कृति और परंपराओं को बनाए रखने में यहां कामकाज होना चाहिए और इस प्रकार का कामकाज यहां होता रहता है.
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